शाल्के ने जीता जर्मन कप
२२ मई २०११शनिवार को मानुअल नोएर ने ट्रॉफी उठाई जो एक भावुक पल था क्योंकि संभव है यह क्लब के लिए कप्तान नोएर का आखिरी मैच था. और शाल्के के लिए भी यह यूरोपा लीग में जगह बनाने का आखिरी मौका था जो उन्होंने कतई नहीं गंवाया. शाल्के के लिए यह सीजन अजीब ही रहा क्योंकि उसने चैंपियंस लीग में तो सेमीफाइनल तक का सफर तय किया जबकि जर्मनी की फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा में उसका नंबर 14वां रहा.
शाल्के ने शनिवार को कप जीतकर एक इतिहास और दोहराया. जर्मन कप के फाइनल में पांच गोल जीत का सबसे बड़ा अंतर है. पिछला रिकॉर्ड भी पांच गोल का ही था जो शाल्के ने 1972 में बनाया था. तब भी उन्होंने काइजर्सलाउटर्न को 5-0 से हराया था.
शाल्के की जीत का सेहरा बंधा डच खिलाड़ी क्लास-यान हुंटेलार के सिर, जिन्होंने दो गोल दागे. मार्च में ही जिम्मेदारी संभालने वाले कोच राल्फ रांगनिक ने मैच के बाद कहा, "हम शुरू से ही बहुत केंद्रित थे और शुक्र है कि यह एक सपाट जीत के रूप में सामने आया."
मैच में किशोर खिलाड़ी यूलियन ड्राक्सलर ने अद्भुत खेल का मुजाहिरा किया. उन्होंने 18वें मिनट में पहला हमला किया और उसे गोल में बदल दिया. उन्हें इस गोल में पेरू के जेफर्सन फारफान का साथ मिला. फारफान ने चार मिनट बाद ही एक गोल करने का मौका हुंटेलार को दिया. हुंटेलार ने फारफान को निराश नहीं किया.
42वें मिनट में मैच डुइसबुर्ग के हाथ से निकल गया जब फारफान के ही एक कॉर्नर पर बेनेडिक्ट होएवेडेस ने हेडर से गोल किया. दूसरे हाफ में पहले हुंटेलार ने युराडो के लिए गोल बनाया और फिर अपना एक और गोल करके जर्मन कप के इतिहास में दूसरी बार शाल्के को सबसे बड़ी जीत दिलाई.
जीत पर बल्लियों उछल रहे क्लब के खेल निदेशक होर्स्ट हेल्ट ने कहा, "इतने उतार चढ़ाव वाले सीजन को हाथों में ट्रॉफी के साथ खत्म करने से अच्छा क्या हो सकता है. हमें अपनी टीम पर गर्व है."
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ईशा भाटिया