युवराज पर सस्पेंस, खेल सकते हैं सहवाग
१७ दिसम्बर २००९पहले वनडे में रनों के पहाड़ पर चढ़ने के बाद दूसरे मैच में जहां भारत को युवराज सिंह और वीरेंद्र सहवाग की चिंता हो रही है, वहीं श्रीलंका के सबसे ख़तरनाक हथियार मुथैया मुरलीधरन टीम से बाहर हो चुके हैं.
फ़ील्डिंग को लेकर भारत की चिंता बढ़ती जा रही है और युवराज के टीम में न होने से यह चिंता और बढ़ सकती है. युवराज मौजूदा दौर के सबसे बड़े फ़ील्डरों में गिने जाते हैं. उनकी अंगुली में चोट है और इस वजह से वह पहला वनडे मैच भी नहीं खेल पाए.
पहले वनडे में फ़ील्डिंग करते समय सहवाग के घुटने में चोट लग गई है. हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि वह नागपुर के दूसरे मैच में खेल सकेंगे. सहवाग की तूफ़ानी पारी की मदद से भारत ने पहले मैच में जीत हासिल की.
पहले मैच में 825 रन बनने के बाद दूसरे मैच में भी बड़ा स्कोर होने की संभावना जताई जा रही है. नागपुर का यह ग्राउंड बल्लेबाज़ों के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है. ऐसे में दोनों ही पक्षों की मुश्किल गेंदबाज़ी को लेकर होगी. भारत के ज़हीर ख़ान और आशीष नेहरा ने भले ही पहले वनडे के आख़िरी कुछ ओवर अच्छे फेंके लेकिन दोनों ही गेंदबाज़ों ने शुरू के ओवरों में बेशुमार रन दिए.
श्रीलंका ने मुरली की जगह दो नए स्पिनरों को बुलाया है. लेकिन ज़ाहिर है उनमें से कोई भी मुरली की भरपाई नहीं कर पाएगा. हालांकि टीम को उम्मीद है कि तेज़ गेंदबाज़ लसित मलंगा दूसरे वनडे में ज़रूर खेलेंगे.
दूसरा वनडे पहले आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम शहर में होना था लेकिन तेलंगाना राज्य को लेकर उठे विवाद के बाद इसे नागपुर में कराया जा रहा है. दिन रात के इस मैच में टॉस की बड़ी भूमिका होगी क्योंकि आख़िरी ओवरों में ओस पड़ सकता है. ऐसे में दूसरी पारी में फ़ील्डिंग करने वाली टीम को नुक़सान पहुंच सकता है. लेकिन गेंदबाज़ इसका फ़ायदा भी उठा सकते हैं.
पहले मैच का मुक़ाबला देख कर किसी टीम को कमज़ोर नहीं आंका जा सकता है. दोनों टीमों को बल्लेबाज़ी में कोई दिक्कत नहीं है लेकिन फ़ील्डिंग और गेंदबाज़ी में उन्हें परेशानी है. भारतीय टीम ने राजकोट वनडे में कुछ कैच भी टपका दिए थे, जिससे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी चिंतित हैं. हालांकि उन्हें उम्मीद है कि टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी. पांच वनडे मैचों की सीरीज़ में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः प्रिया एसेलबॉर्न