माउस और कीबोर्ड खरीदना आसान नहीं
१९ फ़रवरी २०१२कंप्यूटर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि माउस और कीबोर्ड जैसी चीजों को खरीदते समय कुछ सोच विचार की जरूरत है. मिसाल के तौर पर, एक गलत कीबोर्ड खरीदने से कलाई में दर्द हो सकता है. जर्मन कंप्यूटर पत्रिका चिप में काम कर रहे क्रिस्टोफ गीजे कहते हैं कि माउस का साइज इस्तेमाल करने वाले के हाथ पर निर्भर तो है, लेकिन वह किस तरह माउस को पकड़ता है, इसे भी देखना चाहिए. गीजे कहते हैं, "अगर आप माउस पर पूरा हाथ रखते हैं तो माउस को आपकी हथेली जितना बड़ा होना चाहिए. लेकिन अगर कोई केवल अंगुलियों से माउस का इस्तेमाल करता है तो वह छोटे माउस से भी काम चला सकता है." गीजे कहते हैं कि आधुनिक माउस के लिए माउस पैड की जरूरत तो नहीं पड़ती लेकिन माउस को शीशे, धातु या काले मखमल पर रखने से बचना चाहिए.
कीबोर्ड खरीदते वक्त भी ग्राहक को सोचना चाहिए कि क्या कीबोर्ड की कीज सामने या पीछे की ओर झुकी हुई हैं, क्या उसमें कलाई रखने की जगह है, क्या आप किसी खास तरह की कीबोर्ड इस्तेमाल करने के आदि हैं. आज कल कुछ ऐसे कीबोर्ड भी मिलते हैं जिससे आप अपने कंप्यूटर की आवाज को कम या ज्यादा कर सकते हैं. खास तौर पर अगर आप कंप्यूटर पर गेम खेलते हों तो कीबोर्ड का अहमियत ज्यादा हो जाती है. कुछ लोग गेम के लिए कीबोर्ड का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं तो कुछ माउस से गेम खेलते हैं.
जर्मन पत्रिका पीसी गेम्स हार्डवेयर के फ्रांक श्टोएवर कहते हैं कि कीबोर्ड में कुछ ऐसे कॉम्बिनेशन लगाए जा सकते हैं जिससे बहुत सारे काम एक ही बार में हो जाएं. लेकिन गेम खेलने वाले को कीबोर्ड का स्टाइल भी देखना चाहिए. उसके कीबोर्ड में कलाई रखने की जगह, साफ दिखने वाले बटन होने चाहिएं जिन्हें दबाने में कम से कम वक्त लगे.
नए दौर के कंप्यूटरों में कीबोर्ड और माउस को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए तारों की जरूरत नहीं होती हैं. लेकिन श्टोएवर कहते हैं कि इनमें बैटरियां लगती हैं. ग्राहकों को देखना चाहिए कि बैटरियों की जगह उन्हें ऐसे कीबोर्ड मिलें जो इन्फ्रा रेज रिसीवर के जरिए कंप्यूटर के साथ संपर्क करते हों. ब्लू टूथ की वजह से ज्यादातर माउस और कीबोर्ड टैब्लेट पीसी से जोड़े जा सकते हैं, लेकिन इनमें ऊर्जा का बहुत इस्तेमाल होता है.
रिपोर्टः डीपीए/एमजी
संपादनः ए जमाल