महिला जगत की कुछ ताज़ा ख़बरें
११ मार्च २००८बच्चा एक ही अच्छा
चीन में अगले दस साल तक एक बच्चे की नीति जारी रहेगी। परिवार नियोजन मंत्रालय का कहना है कि एक बच्चे वाले परिवार के साथ ही आबादी संतुलित तरीक़े से बढ़ सकती है। चीन की आबादी एक अरब तीस करोड़ है और इस नीति के साथ दो हज़ार बीस तक वहां की आबादी एक अरब पैंतालीस करोड़ हो जाएगी। दुनिया भर में विरोध के बावजूद उनीस सौ अस्सी में चीन में एक बच्चे की नीति लागू की गई थी। जिस परिवार में एक से ज़्यादा बच्चे होते हैं, उन्हें टैक्स ज़्यादा देना पड़ता है और उनकी तनख़्वाह भी काटी जाती है।
भारत लेगा बच्चियों की सुध
भारत में कन्या भ्रूण हत्या से निपटने के लिए दस करोड़ रुपये ख़र्च किए जाएंगे। अठारह साल तक बच्चियों की परवरिश के लिए उन्हें दो लाख रुपये दिए जाएंगे। भारत में हज़ार पुरुषों पर सिर्फ़ नौ सौ सत्ताईस महिलाएं हैं और संयुक्त राष्ट्र बाल संस्था का दावा है कि हर दिन भारत में सात हज़ार कन्या भ्रूण हत्या की जाती है।
क़ानूनी तौर पर बोलिए झूठ
इटली की महिलाओं को शादी के बाद के दूसरे रिश्ते छिपाने की क़ानूनी इजाज़त मिल गई है। इटली की एक अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि अपनी इज़्ज़त बचाने के लिए महिलाएं ऐसे रिश्तों को छिपाने के लिए झूठ भी बोल सकती हैं।
खेल और महिलाएं
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति का कहना है कि खेलों में महिलाओं को बराबरी का अधिकार देने के लिए और कोशिशें होनी चाहिए। जोर्डन में हुए एक सम्मेलन में राजकुमार फ़ैसल ने कहा कि खेल के ज़रिए समाजिक, आर्थिक और धार्मिक सीमाओं को पार किया जा सकता है। और इस तरह खेल से महिलाओं को समाज में ज्यादा जगह मिल सकती है।