महिला अर्थशास्त्री को नोबेल पुरस्कार
१२ अक्टूबर २००९अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेताओं के नाम हैं एलिनोर ओस्ट्रोम और ऑलिवर विलियम्सन. उन्हें नोबेल पुरस्कार दिया जा रहा है इकनॉमिक गवर्नैंस के बारे में उनके कार्यों के लिए, यानी इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए कि आर्थिक विश्लेषणों को प्रशासनिक और सामाजिक स्तर पर कैसे लागू किया जा सकता है.
1968 में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार शुरू होने के बाद से यह पहला अवसर है कि एलिनोर ओस्ट्रोम के रूप में वह एक महिला को भी मिल रहा है, अन्यथा अब तक वह केवल पुरुषों को ही मिलता रहा है. पुरस्कार समिति ने अपनी घोषणा में कहा कि 75 वर्षीय एलिनोर ओस्ट्रोम ने दिखाया है कि सामूहिक या सहकारी उपयोक्ता संस्थान अपनी संपत्ति की स्वयं ही सबसे कुशल देखरेख कर सकते हैं. उन से एक साल बड़े ओलिवर विलियम्सन के बारे में पुरस्कार समिति का मत है कि उन्होंने कंपनियों के सांगठनिक ठांचों के आधार पर विवाद और समस्या समाधान के उपयोगी मॉडल तैयार किए हैं.
ओस्ट्रोम ने अपने शोधकार्यों के आधार पर इस आम धारणा का खंडन किया है कि सामूहिक या सहकारी संपत्ति का प्रबंधन बहुत अकुशल होता है, इसलिए इस तरह के उद्यमों का या तो पूरी तरह निजीकरण कर दिया जाना चाहिए या उन्हें केंद्रीय अधिकारियों के हाथों में सौंप दिया जाना चाहिए. उन्होंने पाया की इस तरह की संस्थाएं अपना प्रबंधन स्वयं ही सबसे कुशल ढंग से कर सकती हैं. पुरस्कार पाने की ख़बर का टेलीफ़ोन मिलने पर वे बिल्कुल हक्कीबक्की रह गईं, उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है.
ओ टोन
ओलिवर विलियम्स अपने शोधकार्य के आधार पर कहते हैं कि कंपनियों जैसे संगठन, जिनमें विभिन्न अधिकारियों के पदों का एक अनुक्रम होता है, ऐसे वैकल्पिक प्रशासनिक ढांचे के समान हैं, जो हितों को लेकर विवादों को हल करने के प्रति अपने दृष्टिकोण में एक जैसे नहीं होते.
अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार एकमात्र ऐसा नोबेल पुरस्कार है, जिस की स्थापना के लिए नोबेल पुरस्कारों के संस्थापक अल्फ्रेड नोबोल ने अपनी वसीयत में कोई निर्देश नहीं दिया था. उसकी स्थापना स्वीडन के केंद्रीय मुद्रा बैंक की स्थापना की तीसरी शताब्दी मनाने के लिए 1968 में हुई थी और पहली बार पुरस्कार वितरण 1969 में हुआ था.
रिपोर्टः एजेंसियां, राम यादव
संपादनः ए कुमार