गुजरात की 'लेडी सिंघम' को मिला सोशल मीडिया पर समर्थन
१३ जुलाई २०२०गुजरात में एक मंत्री के बेटे को कर्फ्यू का उल्लंघन करने से रोकने वाली एक महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है. मीडिया में आई खबरों के अनुसार पिछले सप्ताह जब सूरत में कांस्टेबल सुनीता यादव ने दो व्यक्तियों को कर्फ्यू के दौरान गाड़ी में घूमने के लिए और मास्क ना पहनने के लिए रोका तो दोनों युवक यादव से बहस में उलझ गए.
कुछ देर में दोनों युवकों ने वहां अपने मित्र प्रकाश कनानी को बुला लिया. प्रकाश वराछा रोड इलाके से विधायक और स्वास्थ्य राज्य-मंत्री कुमार कनानी के पुत्र हैं. प्रकाश ने यादव को उसके मित्रों को छोड़ने के लिए कहा और उन्हें धमकी दी. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में प्रकाश को यादव को "365 दिनों तक उसी जगह पर खड़े रहने" पर मजबूर करने की धमकी देते हुए सुना जा सकता है.
मीडिया में आई खबरों के अनुसार यादव ने प्रकाश की धमकियों से बिना डरे हुए उन्हें यह कहा कि वो उनकी नौकर नहीं हैं. रविवार को प्रकाश कनानी और उनके दोनों दोस्तों को हिरासत में तो ले लिया गया लेकिन कांस्टेबल सुनीता यादव का पुलिस मुख्यालय में तबादला कर दिया गया. उसके बाद यादव ने काम से छुट्टी ले ली. बताया जा रहा है कि अब उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है.
सोशल मीडिया पर सुनीता यादव के खिलाफ की गई कार्रवाई की आलोचना की गई और उनके समर्थन में कई लोगों ने पोस्ट लिखे. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर कहा कि "ऐसे लोगों को सुधारने के लिए सुनीता यादव जैसे और अफसरों को आगे आने की जरूरत है."
जानीमानी अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने मामले पर एक ट्वीट में कहा कि यादव को अपना फर्ज निभाने के लिए पदोन्नति देने की जगह उसे मजबूर हो कर इस्तीफा देना पड़ा.
कुछ लोगों ने सुनीता यादव की तुलना हिंदी फिल्म 'सिंघम' के मुख्य किरदार से करते हुए उन्हें 'लेडी सिंघम' भी कहा.
मीडिया में आई खबरों में कहा जा रहा है कि सुनीता को माफी मांगने के लिए भी कहा गया है लेकिन उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया है.
__________________________
हमसे जुड़ें: Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore