भारतीय लड़की को बलात्कार के बाद सूटकेस में भरकर फेंका
१४ मार्च २०११स्थानीय पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, "11 मार्च की सुबह निर्माण के काम में लगे मजदूरों को मीडोबैंक पार्क के पास एक नहर से एक सूटकेस बरामद हुआ. इस सूटकेस में एक लड़की की लाश देखकर उन्होंने पुलिस को सूचना दी."
लड़की की पहचान भारतीय छात्रा तोशा ठक्कर के रूप में हुई है. पुलिस अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि ठक्कर की मौत की सही वजह का पता लग सके. ठक्कर को आखिरी बार 9 मार्च को देखा गया था.
कौन थीं तोशा ठक्कर
तोशा ठक्कर सिडनी कॉलेज ऑफ बिजनस एंड आईटी में एक पढ़ाई कर रही थीं. वह ऑस्ट्रेलिया की स्थायी नागरिक थीं. उनके दोस्तों और परिवार वालों ने मीडिया को बताया कि उनके कत्ल की वजह का अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है.
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड अखबार के मुताबिक इस मामले में पुलिस ने 19 साल के डेनियल स्टानी-रेगिनाल्ड को गिरफ्तार किया है. उस पर कत्ल और बलात्कार के आरोप लगाए गए हैं. स्टानी क्रायोडोन में ठक्कर के घर के पास ही रहता है. उसे एशफील्ड में गिरप्तार किया गया और विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उसे जमानत देने से औपचारिक रूप से इनकार कर दिया क्योंकि उसने जमानत के लिए अर्जी नहीं दी थी.
मामले की सुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में भारतीय स्टूडेंट्स कोर्ट में मौजूद रहे. कोर्ट के बाहर भी काफी बड़ी तादाद में भारतीय स्टूडेंट खड़े थे. उनके हाथों में तख्तियां थीं जिन पर तोशा ठक्कर के लिए न्याय चाहिए जैसे नारे लिखे हुए थे.
रिपोर्टः पीटीआई/वी कुमार
संपादनः आभा एम