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भारतीय टीम पाकिस्तान न जाएः खेल मंत्री

१२ दिसम्बर २००८

भारत के खेल मंत्री एमएस गिल ने कहा है कि मुंबई हमलों के बाद टीम इंडिया को पाकिस्तान का क्रिकेट दौरा नहीं करना चाहिए. भारतीय टीम का दौरा जनवरी में प्रस्तावित है.

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सुरक्षा के साए में क्रिकेट?तस्वीर: AP

खेल मंत्री मनोहर सिंह गिल ने कहा कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने का यह सही वक्त नहीं है क्योंकि उस देश के कुछ लोग भारत में कई लोगों की हत्या में शामिल हैं. उनका इशारा मुंबई में पिछले महीने हुए आतंकवादी हमले की ओर था.

गिल ने कहा कि एक ऐसे वक्त में जब "वहां की एक टीम भारत आती है और यहां के लोगों की सामूहिक हत्या करती है, क्या यह संभव है कि इसके फ़ौरन बाद हमारी क्रिकेट टीम वहां जाए और सर्दियों की दोपहर में लाहौर में क्रिकेट खेले."

उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते हैं कि भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान से खेले लेकिन आख़िरी फ़ैसला सरकार को ही करना है.

खेल मंत्री का बयान ऐसे वक्त में आया है, जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन एजाज़ बट को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के मुख्य कार्यकारी हारून लोरगाट और भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों के साथ तयशुदा दौरे पर बातचीत करनी है.

सरकार अगर हरी झंडी दे दे, तो भारतीय क्रिकेट टीम को 6 जनवरी से 19 फ़रवरी तक पाकिस्तान का दौरा करना है. इस दौरान दोनों टीमों के बीच पांच वनडे मैच, तीन टेस्ट मैच और एक ट्वेन्टी 20 मैच खेला जाना है.

खेल मंत्री का कहना है कि क्रिकेट कोई कारोबार नहीं है और यह दोस्ती बढ़ाने का ज़रिया है.

इस बीच, भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि फ़ैसला लेने का अधिकार सरकार के पास है.

आईसीसी का प्रस्ताव है कि अगर भारत सरकार टीम को पाकिस्तान जाने की इजाज़त नहीं देती है तो दोनों टीमों को किसी तीसरे देश में क्रिकेट खेलना चाहिए.