बिना ऑक्सीजन के फतह की 8,611 मीटर ऊंची चोटी
२४ अगस्त २०११ऑस्ट्रियाई महिला पर्वतारोही गेरलिंडे काटेनब्रुनर मंगलवार को विश्व की ऐसी पहली पर्वतारोही बन गईं, जिन्होंने बिना ऑक्सीजन मॉस्क लगाए काराकोरम पर्वत श्रृंखला की आठ हजार मीटर ऊंची चोटी की चढ़ाई की. इस कामयाबी की जानकारी काटेनब्रुनर की टीम ने दी.
काटेनब्रुनर के पति और अक्सर चढ़ाई में उनका साथ देने वाले राल्फ डोयुमित्स ने अपनी वेबसाइट पर लिखा, "स्थानीय समय के अनुसार शाम 6.18 बजे चोटी फतह हो गई!. गेरलिंडे के2 की चोटी पर पहुंच गई है." रिकॉर्ड बनाने के लिए यह चोटी गिरलिंडे की आखिरी मंजिल थी.
40 साल की काटेनब्रुनर एक ट्रेंड नर्स हैं और विश्व की सभी सबसे ऊंची 14 चोटियां चढ़ने वाली तीसरी महिला हैं. लेकिन वह बिना कृत्रिम ऑक्सीजन के चढ़ाई करने वाली पहली महिला बनी है. राल्फ ने वेबसाइट पर लिखा है, "वह चांद पर है" . के2 नामक यह पर्वत-चोटी कोराकोरम पर्वतमाला पर भारत, चीन और पाकिस्तान की सीमा पर स्थित है. 8,611 मीटर ऊंची यह चोटी जोमोलुंगमी के बाद दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची चोटी मानी जाती है.
रंग लाई कोशिश
इससे पहले 6 बार वह चढ़ाई कर चुकी हैं लेकिन चोटी तक पहुंचे बिना उन्हें लौटना पड़ा. मंगलवार को काटेनब्रुनर ने अपनी टीम के सदस्यों के साथ चोटी तक पहुंची. के2 पर चढ़ाई के इरादे से दो महीने पहले टीम ने अभियान की शुरुआत की थी.
एवरेस्ट पर्वत के बाद के2 सबसे ऊंचा पहाड़ है. चीन की तरफ पड़ने वाला हिस्सा काफी खतरनाक माना जाता है. इससे पहले काटेनब्रुनर ने पाकिस्तान की तरफ से चोटी पर चढ़ने की कोशिश की थी. मंगलवार सुबह टीम को खराब मौसम की वजह से चोटी पर चढ़ने की योजना टालनी पड़ी थी. टीम ने 7.30 बजे सुबह एक और कोशिश की. साफ आसमान ने टीम को चोटी तक पहुंचने में मदद की.
टीम का एक सदस्य बेस कैंप से चढ़ाई पर नजर बनाए हुए था और पल पल की जानकारी वेबसाइट पर डाल रहा था. काटेनब्रुनर ने अपनी वेबसाइट के जरिए कहा है, "हम चोटी तक शानदार मौसम और मुश्किल चढ़ाई के बाद पहुंच पाए हैं. यह एक उपहार जैसा है." काटेनब्रुनर ने अपने तीन और पर्वतारोही साथियों के साथ मंगलवार देर शाम वापसी शुरू कर दी. ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति ने काटेनब्रुनर को इस कामयाबी पर बधाई दी है.
रिपोर्ट: एएफपी / आमिर अंसारी
संपादन: आभा एम