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समाज

बंदूक के 3डी ब्लूप्रिंट पर रोक

१ अगस्त २०१८

ट्रंप प्रशासन का एक फैसला दुनिया के तमाम कानूनों को ठेंगा दिखाकर घर घर में बंदूक पहुंचा सकता है. घर पर सिर्फ एक क्लिक के जरिए कोई भी बंदूक बना और सुरक्षा तंत्र को ठग सकता है.

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USA 3D Waffen - Cody Wilson
तस्वीर: picture-alliance/AP/Austin-American-Statesman/J. Janner

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक कंपनी को 3डी प्रिंटर से बनाई जाने वाली बंदूक का ब्लूप्रिंट जारी करने की अनुमति दे दी. कंपनी और अमेरिकी सरकार के बीच पांच साल से कानूनी लड़ाई चल रही थी. आखिरकार ट्रंप प्रशासन के कंपनी को डेफकैड नाम की अपनी वेबसाइट पर 3डी प्रिंटर से बनने वाली बंदूकों के सटीक प्रिंट बेचने की अनुमति दे दी.

गन कल्चर से परेशान अमेरिका में इस फैसले का भारी विरोध हो रहा है. आठ राज्यों ने संघीय सरकार के फैसले के खिलाफ कोर्ट का रुख किया. याचिका में कहा गया कि ब्लूप्रिंट की मदद से प्लास्टिक, स्टील या दूसरी धातुओं से बंदूकें बनाई जा सकती हैं. ऐसी बंदूकों पर कोई ट्रेसिंग नंबर भी नहीं होगा. प्लास्टिक से बनाई गई बंदूकों को मेटल डिटेक्टर सिस्टम भी नहीं पकड़ पाएगा.

याचिका की सुनवाई के दौरान सिएटल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज रॉबर्ट लैसनिक ने ट्रंप प्रशासन के फैसले पर तात्कालिक रोक लगा दी. 3डी प्रिंटेड बंदूकों का विरोध कर रहीं न्यूयॉर्क की अटॉर्नी जनरल बारबरा अंडरवुड ने इसे पहली कामयाबी बताया है, "एक टच के जरिए 3डी प्रिंटेड बंदूकें, अपराधियों को ऐसे औजार देना जिन्हें न तो ट्रेस किया जा सके, न डिटेक्ट किया जा सके, यह बेवकूफाना है." मामले की अगली सुनवाई 10 अगस्त को होगी.

अमेरिका में स्कूल, कॉलेजों और सार्वजनिकों स्थानों में अंधाधुंध गोलियां चलाना एक बड़ी समस्या है. 2010 से गन कंट्रोल पर बहस चल रही है, लेकिन तब से अब तक बंदूक से होने वाली हिंसा से हर साल 10,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा तमाम कोशिशों के बावजूद बंदूक संस्कृति पर काबू पाने में असफल साबित हुए.

विशेषज्ञों के मुताबिक 3डी प्रिंटर से बनने वाली बंदूकें अमेरिका के साथ ही पूरी दुनिया के लिए मुसीबत का सबब बन सकती हैं. जैसे ही बंदूक का 3डी ब्लूप्रिंट सार्वजनिक होगा, वैसे ही दुनिया के किसी भी हिस्से में सिर्फ एक क्लिक के जरिए बंदूक बनाई जा सकती है. 

ब्रैडी सेंटर टू प्रिवेंट गन वायलेंस के जोनाथन लोवी कहते हैं, "कई देशों में अमेरिका के मुकाबले कहीं ज्यादा सख्त गन कंट्रोल कानून हैं. उन देशों में ऐसे कई लोग हैं जिनके पास बंदूक नहीं होनी चाहिए या उन्हें गन नहीं मिल पाती. ऐसे लोग भी 3डी प्रिंटर को आजमा सकते हैं."

(इन देशों में हैं आम लोगों के पास सबसे ज्यादा हथियार)

ओएसजे/एमजे (एएफपी, एपी)