दूषित दवाओं ने ली 13 गर्भवतियों की जान
२५ फ़रवरी २०११जोधपुर के उमेद अस्पताल में पिछले दस दिनों में 13 गर्भवती महिलाओं की मौत हुई है. अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी नरेंद्र चंगनी ने कहा कि स्थानीय दवा कंपनी ने जो ड्रिप भेजे थे, वह दूषित थे. उन्होंने कहा, "पहली मौत 13 फरवरी को हुई. सारी महिलाओं की मौत खून के अधिक बहाव से हुई है." अब भी चार महिलाओं को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है और एक की हालत काफी गंभीर है.
राजस्थान सरकार ने मामले की जांच के लिए एक टीम भेजी है. राज्य पुलिस ने भी मामले की अगल जांच शुरू कर दी है. कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दी गई है और दवाई की बोतलों को जब्त कर लिया गया है.
गुरुवार को मारी गई महिलाओं के रिश्तेदारों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया. जोधपुर के रहने वाले आरके पुरोहित का कहना है कि उनकी बेटी भी इन फर्जी दवाइयों का शिकार बनी है. वह अस्पताल अधिकारियों से सवाल पूछ रहे हैं लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिल रहा.
भारत में हर साल लगभग 60,000 महिलाएं गर्भावस्था में किसी न किसी वजह से मर जाती हैं. यह दुनिया भर में गर्भावस्था के दौरान मारी जाने वाली महिलाओं की संख्या का 20 प्रतिशत है.
रिपोर्टः डीपीए/एमजी
संपादनः एन रंजन