चैंपियंस लीगः जीत ड्रॉ हार, सब मजेदार
१५ सितम्बर २०११जर्मनी के सबसे चर्चित फुटबॉल क्लब बायर्न म्यूनिख ने चैंपियंस लीग में अपना सफर जीत के साथ शुरू किया है. उसने अपने पहले मैच में स्पेन के वियारियाल को 2-0 से पीट दिया.
म्यूनिख का सब बढ़िया
बुधवार को खेले गए मैच में म्यूनिख ने सब कुछ ठीक किया. शुरुआती मिनटों में ही गोल करके बढ़िया शुरुआत की. फिर बीच के खेल में संयम बरतते हुए बेहतरीन बचाव किए और वियारियाल को एक भी गोल करने का मौका नहीं दिया. और आखिर में एक गोल और करके अपनी मेहनत को सही अंजाम तक पहुंचाया.
विंगर फ्रांक रिबेरी ने काफी जल्दी टोनी क्रूस को गोल बनाकर दे दिया. क्रूस ने बिना कोई गलती किए गेंद को गोलपोस्ट में डाल दिया. दूसरे हाफ में तो राफिन्हा सब्स्टिट्यूट के तौर पर मैदान में आए और अकेले अपने दम पर गेंद को गोलपोस्ट में डालकर आए.
वैसे म्यूनिख की जीत का अंतर और बड़ा हो सकता था. दूसरे हाफ में नील्स पीटरसन दो बार गोल करने के बेहद करीब पहुंचकर चूक गए. एक बार क्रूस ने भी गोल कर ही दिया होता लेकिन गेंद गोलपोस्ट से टकराकर बाहर निकल गई.
इस विजयी शुरुआत से टीम तो खुश है ही, कोच युप हाइन्केस भी उत्साहित हैं. उन्होंने मैच के बाद कहा, "मैं खुश हूं क्योंकि टीम ने दिखा दिया कि वह यूरोप में मुकाबला कर सकती है. हमने एक पूरा खेल खेला और बता दिया कि हम जीत सकते हैं. पहले हाफ में मुकाबला कुछ बराबरी का रहा, लेकिन हम गोल करने में कामयाब रहे. दूसरे हाफ पर तो हमारा ही कब्जा था."
बायर्न के लिए यह जीत खास है क्योंकि 2001 के बाद पहली बार टीम स्पेन में जाकर जीती है. हालांकि इस वक्त उसे हराना आसान नहीं है. उसकी यह लगातार सातवीं जीत है.
सिटी को नापोली ने छकाया
बायर्न म्यूनिख और वियारियाल दोनों ही चैंपियंस लीग के सबसे मुश्किल ग्रुप में हैं. इसी ग्रुप में मैनचेस्टर सिटी है. और बुधवार को म्यूनिख के लिए दूसरी खुशी की खबर यह रही कि मैनचेस्टर सिटी नई नई टीम नापोली के खिलाफ भी जीत नहीं पाया.
सिटी को मौके गंवाने का खामियाजा भुगतना पड़ा. उसके घरेलू मैदान पर खेले मैच को नापोली ड्रॉ करा ले गया. मैनचेस्टर को गोल करने के कई मौके मिले. दो बार गेंद गोलपोस्ट से टकरा कर लौट गई. और कई बार ऐसा हुआ कि शॉट हवा में चले गए. दूसरे हाफ में एडिन्सन कावानी का एक शॉट भी चूक जाता तो नतीजा नापोली के हक में चला गया होता. कावानी के गोल के बाद नापोली ने बराबरी करने के लिए ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए. और जवाबी हमलों के लिए मशहूर टीम की छवि को कोलारोव के 75वें मिनट में किए गोल ने बनाए रखा.
सिटी के कोच रोबेर्तो मानचिनी ने मैच के बाद कहा, "सभी खिलाड़ी इस मैच को जीतना चाहते थे. सभी खिलाड़ी गोल करना चाहते थे. इसके बजाय हम अगर सादे तरीके से खेले होते तो बेहतर नतीजा मिलता."
अपने खिलाड़ियों से नाखुश मानचिनी ने कहा, "शायद इच्छाएं हावी हो गईं या फिर दबाव...लेकिन फारवर्ड में सात खिलाड़ियों को ले जाना काम नहीं आएगा."
मिलान की हार
चैंपियंस लीग में बुधवार का सबसे हैरतअंगेज नतीजा इंटर मिलान के खेमे से आया. इंटर मिलान को तुर्की की टीम ट्राबजोंस्पोर ने हरा दिया. चैंपियंस लीग के मैदानों पर अनजानी सी टीम ट्राबजोंस्पोर ने ग्रुप बी के पहले मैच में इंटर मिलान को 1-0 से मात दे दी. 2010 में बायर्न म्यूनिख को हराकर ट्रॉफी पर कब्जा करने वाले मिलान की यह हार लीग के आठ ग्रुपों से सारे मैचों में अब तक का सबसे अनोखा नतीजा है.
अपनी टीम के बचाव में कप्तान जेवियर जानेटी ने कहा, "फुटबॉल ऐसा खेल है जो कड़ी दर कड़ी चलता है. दुर्भाग्य से हम एक भी गोल नहीं कर पाए और उन्होंने गोल पर सिर्फ एक शॉट दागा जो नेट में चला गया. मतलब यह है कि हमें अपना सिर नीचे रखना होगा और ज्यादा मेहनत करनी होगी."
हार से जानेटी काफी निराश नजर आए. उन्होंने कहा, "यह एक मुश्किल पल है. उम्मीद है कि हमारे फैन इसे समझेंगे और हम मिल जुलकर इससे बाहर निकल आएंगे."
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा