चीन में दृष्टिहीन सामाजिक कार्यकर्ता के पक्ष में अभियान
२९ अक्टूबर २०११इंटरनेट के जरिए चीन के कार्यकर्ता नजरबंद दृष्टिहीन सामाजिक कार्यकर्ता चेन गुआंगचेंग से मिलने जा रहे हैं. कार्यकर्ता उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं. चेन को 2006 में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. चेन चीन की एक बच्चा नीति के खिलाफ अभियान चला रहे थे. वह जबरन गर्भपात का खुलकर विरोध करने लगे थे.
प्रशासन ने उन्हें समाज में अशांति फैलाने का दोषी माना और जेल भेज दिया. चेन के मामले को चीन में मानवाधिकारों के उल्लंघन का एक और उदाहरण माना जा रहा है. इंटरनेट पर मुहिम शुरू होने के बाद पुलिस ने चेन के घर को घेर लिया है. वहां किसी को नहीं जाने दिया जा रहा है. चेन पूर्वी चीन के शानडोंग प्रांत के डोंगशिगु गांव में रहते हैं.
गुरुवार को लुई शाशा नाम के कार्यकर्ता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. लुई चेन के घर जाने की कोशिश कर रहे थे. एक अन्य कार्यकर्ता की पुलिस ने इतनी पिटाई की कि उनकी पसलियां टूट गईं. अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के मुताबिक 23 अक्टूबर को 30 मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने चेन से मिलने की कोशिश की. इन सभी को पुलिस की पिटाई सहनी पड़ी. आरोप है कि प्रशासन स्थानीय असामाजिक तत्वों का भी इस्तेमाल कर रहा है.
एशिया के सबसे बड़े शहर शंघाई में रहने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता फेंग चेनघु चेन की रिहाई के लिए हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं. अब तक 400 लोग दस्तखत कर चुके हैं. फेंग के मुताबिक पुलिस उनके प्रयासों में बाधा डाल रही है, "चेन की निजी स्वतंत्रा की आजादी करना हमारी अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करना है. उनकी फिक्र करना अपनी फिक्र करना है. उनकी नजरबंदी गैरकानूनी है. यह नई बात नहीं है. कई चीनी नागरिक इसका सामना कर चुके हैं."
चीन में मानवाधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाने वाले अमेरिका स्थित संगठन चाइन ऐड ग्रुप का कहना है कि चेन और उनकी पत्नी को कई बार बुरी तरह पीटा गया है.
रिपोर्ट: एएफपी/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार