गांजा उद्योग के लिए जोरदार रहा 2018
२८ दिसम्बर २०१८गांजा उद्योग के लिए साल 2018 बहुत अच्छा साबित हुआ. विश्व के कई देशों में गांजा के सेवन की अनुमति दे दी गई और इसके साथ ही गांजा उद्योग वित्तीय और सांस्कृतिक मुख्यधारा का हिस्सा बन गया.
अमेरिका में कैलिफोर्निया प्रांत देश में गांजे का सबसे बड़ा बाजार बन कर उभरा है. वहीं, यूटा और ओक्लाहोमा ने भी इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाले गांजे को वैध कर दिया है. दूसरी ओर, पड़ोसी देशों जैसे कनाडा में भी गांजा वैध हुआ और मैक्सिको के सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर काम शुरु कर दिया.
अमेरिकी दवा नियामकों ने बच्चों की मिर्गी का इलाज करने के लिए पहली बार गांजे पर आधारित दवा को मंजूरी दी. इसी की वजह से अरबों डॉलर का निवेश कैनाबिस कंपनियों में आया. यहां तक कि कोका कोला जैसे बड़े ब्रांड भी इसका हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं.
बैन हटवाने के अभियान
गांजा पर बैन हटाने पर काम कर रहे अर्ल ब्लूमेनॉएर का कहना है, "मैं इस पर दशकों से काम कर रहा हूं और इस साल जाकर इस आंदोलन ने तेजी पकड़ी है. ये तो साफ है कि ये केवल शुरुआत है." उन्होंने आशा जताई कि जिस तरह से दुनिया भर में गांजा को लेकर हलचल हो रही है, 2019 में ये आंदोलन और आगे जाएगा.
यूरोपीय देशों में लक्जमबर्ग पहला ऐसा देश है, जिसने गांजा सेवन को वैध घोषित किया है. दक्षिण अफ्रीका भी इस दिशा में आगे बढ़ रहा है और थाईलैंड में भी गांजे के मेडिकल उपयोग को अनुमति दे दी गई है. कई अन्य दक्षिणपूर्व एशियाई देश भी दक्षिण कोरिया की तरह 'कैनबिडिओल' या सीबीडी को वैध करने की राह पर हैं. कैनबिडिओल एक ऐसा कंपाउंड है, जो भांग के पौधे में पाया जाता है और इससे कुछ बीमारियों का इलाज हो सकता है.
रोजगार के अवसर खुले
कैनाबिस के बाजार के बारे में शोध और डाटा विश्लेषण करने वाली कंपनी न्यू फ्रंटियर डाटा के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ अर्थशास्त्री ब्यू व्हिटनी का कहना है कि "कानूनी तौर से वैध गांजा का उद्योग अमेरिका में 2018 में 10 अरब डॉलर से भी अधिक का था. इसमें लाखों नौकरियां सिर्फ गांजे के पौधों को संभालने के लिए थीं. ऐसी बहुत सी और नौकरियां भी हैं, जो गांजे के पौधों से सीधे जुड़ी नहीं हैं और उनका आकलन करना मुश्किल है." उन्होंने कहा कि निवेशकों ने 2018 में उत्तरी अमेरिका में कैनाबिस के कारोबार में एक हजार करोड़ डालर डाले, जो पिछले तीन वर्षों के पूरे निवेश का दुगना हैं. पूरे उत्तर अमेरिकी बाजार का 2019 में सोलह सौ करोड़ डालर से अधिक पहुंचने की उम्मीद है.
दवा ही नहीं मनोरंजन के लिए भी
अमेरिका के दो तिहाई राज्यों ने गांजे के मेडिकल उपयोग को वैध कर दिया है. मिशिगन ऐसा दसवां राज्य बना, जिसमें गांजे के सेवन की अनुमति है. न्यू यॉर्क, न्यू जर्सी, पेंसिल्वेनिया और इलिनॉइस में भी ऐसा कानून लाने की बात चल रही है. नेब्रास्का में भी एक अभियान समिति बनायी गई है, जो 2020 में मतदाताओं को कैनाबिस के मेडिकल उपयोग की पहल पर मत देने का मौका देगी. नेब्रास्का के पास स्थित कोलोराडो उन पहले दो राज्यों में शामिल है, जहां मनोरंजन के लिए गांजे का सेवन करना वैध है. इसके अलावा आयोवा में भी हाल ही में गांजे का इस्तेमाल दवाओं में करने के लिए एक कार्यक्रम शुरु किया गया है.
नेब्रास्का के सीनेटर एडम मोरफेल्ड का कहना है, "गांजे की तरफ लोगों का रवैया बहुत तेजी से बदल रहा है. मेरा खुद का रवैया बदला है. जिस तरह से इसके मेडिकल फायदे सामने आ रहे हैं और बाकी के राज्य भी इसको लागू कर रहे हैं, ऐसा लगता नहीं है कि ये इतना खतरनाक भी है."
रुकावटें और खतरे
गांजा उद्योग में काम करने वालों का कहना है कि उनको काला बाजारी और उन सख्त संघीय कानूनों के कारण आगे बढ़ने में मुश्किल होती है, जो गांजे को हेरोइन जैसा नियंत्रित पदार्थ मानते हैं. इसी वजह से वित्तीय संस्थाएं उनको पैसे नहीं देतीं और निवेशक भी पैसा नहीं लगाना चाहते. ये हाल उन राज्यों का भी है, जहां पर गांजा कानूनी रूप से वैध है. कैनाबिस के कारोबारियों को सलाह देने वाले न्यू जर्सी के वकील मार्क प्रेस का कहना है कि "जब तक कैनाबिस को पूरी तरह से वैध नहीं कर दिया जाएगा, तब तक ऐसा ही होगा."
भांग के पौधे से बनने वाले मारिजुआना, हशीश, कैनाबिस या गांजा जैसे तमाम नशीले पदार्थों के लिए लोग हमेशा से बड़े दाम देते आए हैं. बहुत ज्यादा मात्रा में इसे लेने से दिमाग का संतुलन बिगड़ सकता है. लगातार गांजा पीने से इंसान को अवसाद, फेफड़ों की बीमारी या फिर दौरे भी पड़ सकते हैं. कई मामलों में पाया गया है कि गांजे के लगातार इस्तेमाल से याददाश्त कमजोर हो जाती है, तार्किक समझ पर बुरा असर पड़ता है और फैसले लेने में मुश्किल हो सकती है. यही कारण है कि दुनिया भर की सरकारें भांग के फायदों को समझते हुए भी इसे वैधता देने की राह पर फूंक फूंक कर कदम रख रही हैं.
एनआर/आरपी (एएफपी)