काम के बोझ से दब रहे हैं अमेरिकी
२७ मई २०११24 फीसदी अमेरिकी मानते हैं कि खर्चे और दफ्तर के अथाह काम की वजह से वे छुट्टियां नहीं मना पा रहे हैं. वे कहते हैं कि 2011 में छुट्टियां लेने के लिए उनके पास कोई गुंजाइश नहीं है. बीते साल ऐसा मानने वालों की संख्या 21 फीसदी थी.
विश्वव्यापी मंदी खत्म होने के बावजूद खर्चे और काम की वजह से परेशान लोगों की संख्या में तीन फीसदी की बढ़ोतरी मनोचिकित्सकों को चौंका रही है. करियर बिल्डर के सर्वे के मुताबिक ज्यादातर लोग खर्चे की वजह से छुट्टियों पर नहीं जा पा रहे हैं.
कई अमेरिकी नौकरी संबंधी मानसिक असुरक्षा में जी रहे हैं. उन्हें लगता है कि अगर काम के बीच में छुट्टियां लेने की सोची तो नौकरी जा सकती है. 12 फीसदी लोगों ने साफ कह दिया कि छुट्टियों की ख्वाहिश है पर पैसा नहीं है.
करियर बिल्डर एचआर विभाग की उपाध्यक्ष रोजमेरी हाइफनेर कहती हैं, "छुट्टियां लेना न सिर्फ कर्मचारियों के लिए अच्छा है बल्कि यह पूरी कार्य प्रणाली के लिए भी जरूरी है."
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: वी कुमार