कम नहीं हो रही हैं श्रीलंका की जनता की मुसीबतें
आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका में महंगाई दर अब 54 फीसदी पर है. इस बीच सरकार ने बिजली के दाम 66 फीसदी तक बढ़ा दिए हैं. कई लोगों के लिए अपना कारोबार तक चलाना मुश्किल हो रहा है.
आसमान छूती बिजली की कीमत
श्रीलंका में महंगाई दर 54 फीसदी है, इसके पास न के बराबर विदेशी मुद्रा भंडार है. देश में महत्वपूर्ण उत्पादों और कच्चे माल का आयात नहीं किया जा सकता है. ऐसे में श्रीलंका अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के दरवाजे पर खड़ा है. कर्ज पाने के लिए सरकार ने बिजली के दाम बढ़ा दिए.
छोटे व्यापारी संकट में
कोलंबो में विश बेकर नाम की बेकरी की मैनेजिंग डायरेक्टर संजुला पेइरिस ने कहा, "सिर्फ ओवन ही नहीं, हमारे अधिकांश उपकरणों को बिजली की जरूरत होती है. हम व्यापार को जारी रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं."
200 बेकरियां हो चुकी बंद
श्रीलंका में बिजली की कीमत बढ़ने के बाद देश की 5000 बेकरियों में से 200 बेकरियां बंद हो चुकी हैं. बेकरी मालिक महंगाई के कारण लागत नहीं निकाल पा रहे हैं.
श्रीलंका में महंगाई की मार
श्रीलंका में जनवरी 2023 में खाद्य महंगाई दर 60 फीसदी पर जा पहुंची. महंगाई दर सबसे ज्यादा पिछले साल सितंबर में 73.7 फीसदी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी.
डर के मारे कीमतें नहीं बढ़ा रहे
विश बेकर्स के कोलंबो और उसके आसपास 15 आउटलेट्स हैं, वे प्रोडक्ट्स की कीमत बढ़ाने से डरते हैं, उन्हें डर है कि कहीं दाम बढ़ाने से कारोबार पर इसका असर पड़ जाए.
कर्ज के सहारे देश
श्रीलंका पिछले 70 वर्षों में सबसे खराब आर्थिक संकट में है. सितंबर में आईएमएफ ने उसे 2.9 अरब डॉलर उधार देने पर सहमति व्यक्त की, लेकिन यह सौदा कुछ शर्तों के साथ आया है और इसी वजह से बिजली के दाम बढ़ गए हैं.
कड़ी शर्त
आईएमएफ की शर्तों में टैक्स रेट को बढ़ाना, सब्सिडी को हटाना और सार्वजनिक क्षेत्र के कर्ज में कटौती करना शामिल है.