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कभी तोला कभी माशा होता मेलबर्न टेस्ट

२८ दिसम्बर २०११

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहा मेलबर्न क्रिकेट मैच तीसरे दिन अद्भुत संभावनाओं के दौर में पहुंच गया. मेजबान टीम के आठ विकेट पर 179 रन. नतीजा निकलना तय है और दोनों ही टीमें एक दूसरे पर बीस पड़ने की कोशिश कर रही हैं.

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तस्वीर: AP

बुधवार का दिन पूरी तरह गेंदबाजों के नाम रहा, जिन्होंने 15 विकेट झटके. सात भारत के और आठ ऑस्ट्रेलिया के. भारत की पारी जिस तरह धड़धड़ा कर खत्म हुई, लगा कि ऑस्ट्रेलिया अचानक भारी पड़ जाएगा. लेकिन नए नवेले गेंदबाज उमेश यादव ने इसके बाद मेजबान टीम की भी चूलें हिला कर रख दी. वह तो भला हो पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग और माइक हसी का, जिन्होंने अपने तजुर्बे को मेलबर्न के ग्राउंड पर इस्तेमाल किया और 115 रन की साझीदारी की. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया आठ विकेट के नुकसान पर 179 रन बना चुका है और दो दिन का बचा हुआ खेल नतीजा देने को बेकरार है.

भारत के सस्ते में निपटने के बाद इशांत शर्मा और उमेश यादव ने अचानक मैच का पासा पलट दिया. उन्होंने ताकतवर ऑस्ट्रेलियाई टीम के चार विकेट 27 रन पर ढेर कर दिए. वार्नर, कोवेन, मार्श और क्लार्क दहाई का आंकड़ा छुए बगैर पैवेलियन लौट गए. इस बीच रिकी पोंटिंग भी मैदान पर उतर चुके थे. पहली पारी में अर्धशतक बनाने वाले पोंटिंग ने दूसरी पारी की नाजुक स्थिति को संभाल लिया. उन्होंने हसी के साथ बहुत समझ बूझ के साथ खेलना शुरू किया और पांचवें विकेट के लिए अच्छी साझीदारी निभाई. बाद में जहीर खान ने पोंटिंग का विकेट झटक लिया लेकिन तब तक ऑस्ट्रेलिया झटके से उबर चुका था. पांचवां विकेट 142 पर गिरा और उसके बाद तीन और विकेट गिर गए.

Flash-Galerie Ricky Ponting
तस्वीर: AP

चौथे दिन का खेल शुरू होगा तो हसी 79 रन की अपनी पारी बढ़ाएंगे, जबकि जेम्स पटीसन को उनका साथ देना होगा. जाहिर है ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी का स्कोर देख कर लग रहा है कि जैसे वह बेहद कमजोर स्थिति में पहुंच गई है. लेकिन मैच के समीकरणों को देखा जाए, तो ऐसा नहीं है. उसे कुल 230 रन की बढ़त मिल चुकी है. यानी भारतीय टीम को चौथी पारी में बल्लेबाजी करते हुए 250 से ऊपर का ही लक्ष्य मिलता दिख रहा है. अगर ऐसा हुआ, तो पहली पारी में जिस तरह बल्लेबाज ढेर हुए हैं, वे आखिरी पारी का दबाव झेल पाएंगे या नहीं, कहना मुश्किल है. यानी आखिर में बल्लेबाजी करने वाली टीम का दबाव में आना स्वभाविक है.

इससे पहले भारत ने तीसरे दिन का खेल तीन विकेट पर 214 रन से आगे खेलना शुरू किया और दूसरी गेंद पर ही दीवार ढह गई. राहुल द्रविड़ अपने 68 रन के स्कोर में कुछ और जमा नहीं कर पाए. इसके बाद तो बेन हिल्फेनहाउस ने तहलका मचा दिया. लंबे वक्त बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम में लौटे हिल्फेनहाउस ने पांच विकेट झटक कर भारतीय पारी की स्थिति पतली कर दी. आखिरी आठ विकेट सिर्फ 68 रन जोड़ कर गिर गए.

द्रविड़ के बाद लक्ष्मण की बारी आई. लक्ष्मण के बाद कोहली, फिर कप्तान धोनी और उसके बाद नाइट वॉचमैन इशांत शर्मा. सारे बल्लेबाजों को जैसे पैवेलियन लौटने की जल्दी पड़ी थी. नौ विकेट 259 पर गिरने के बाद भारत की पुछल्ली जोड़ी आर अश्विन और उमेश यादव ने थोड़े बहुत हाथ दिखाए. अश्विन ने आखिरी मौके पर अच्छे 31 रन बनाए. इस तरह भारत की पारी 282 पर खत्म हो गई.

अब इस मैच में बचे हुए दो दिन के दौरान हार और जीत के अलावा जिस चीज पर सबसे ज्यादा नजर होगी, वह है सचिन तेंदुलकर की दूसरी पारी का स्कोर. उनके पास इस साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100वां शतक बनाने का आखिरी मौका होगा.

रिपोर्टः रॉयटर्स, एएफपी/ए जमाल

संपादनः ईशा भाटिया