81 साल बाद विश्व युद्ध के सैनिकों के अवशेष घर पहुंचे
२८ मई २०२५दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिका का एक बमवर्षक विमान दुश्मनों की फायरिंग का शिकार हो कर प्रशांत महासागर के न्यू गिनी द्वीप के पास गिर गया. यह 11,मार्च 1944 की बात है. पानी में गिरने से पहले को-पायलट इसकी जानकारी अपनी सेना को देने में सफल रहा था. विमान में सवार सभी 11 लोग मारे गए. विमान का मलबा और उन लोगों के शव समंदर की गहराई में डूबे रहे. अधिकारियों ने उसे खोजा नहीं जा सकने वाला घोषित कर दिया.
हालांकि अब विमान के क्रू सदस्यों में शामिल लोगों के अवशेष उनके घरों तक पहुंच रहे हैं. यह सब सैनिकों के परिजनों की एक दुर्लभ जांच की बदौलत संभव हो सका है. इसके लिए अमेरिकी नौसेना के विशेष गोताखोरों ने एक अभियान चलाया. गोताखोरों ने करीब 61 मीटर नीचे समंदर के तल तक पहुंचने के लिए प्रेशराइज्ड बॉल का इस्तेमाल किया.
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स्टाफ सार्जेंट यूजीन डैरिगन उस विमान में रेडियो ऑपरेटर का काम कर रहे थे. शनिवार को उनके गृहनगर न्यू यॉर्क के वैपिंगर्स फॉल में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उन्हें दफनाया गया. 8 दशक से ज्यादा समय पहले वह अपनी बीवी और छोटे से बच्चे को छोड़ दुनिया से विदा हुए थे.
बॉम्बार्डियर सेकेंड लेफ्टिनेंट थॉमस केली को सोमवार को कैलिफोर्निया के लिवरमोर में दफनाया गया जहां वह अपने परिवार के साथ पले बढ़े थे. विमान के पायलट फर्स्ट लेफ्टिनेंट हर्बर्ट टेनिसन और नेविगेटर सेंकेंड लेफ्टिनेंट डॉनल्ड शेपिक के अवशेष भी अगले कुछ महीनों में उनके घर पहुंचने की उम्मीद है.
विमान आखिर कहां गिरा
12 साल पहले केली के रिश्तेदारों में से एक स्कॉट आल्टहाउस ने यह रहस्य सुलझाने की कोशिश शुरू की कि आखिर विमान गिरा कहां था. उन्होंने समाचार एजेंसी एपी से कहा, "मैं बहुत शुक्रगुजार हूं. यह एक असंभव यात्रा जैसी थी. मेरे सामने यह दिन कभी नहीं आ पाता, लेकिन हम यहां पहुंचे. 81 वर्षों के बाद."
सेना के हवाई दस्ते के इस बी-24 विमान का नाम हैवेन कैन वेट था. विमान की अंतिम उड़ान में 11 लोग इस पर सवार थे. ये लोग जापानी ठिकानों को निशाना बनाने जा रहे थे लेकिन उससे पहले ही खुद शिकार बन गए. मिशन में शामिल दूसरे विमान यह नहीं जान सके कि विमान कहां गिरा.
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विमान में सवार लोगों की बीवियां, मां-बाप और भाई-बहन उस पीढ़ी के लोग थे जो अपने दुखों के बारे में बात नहीं करते थे. हालांकि उनकी याद सबको सताती रही. 26 साल के शेपिक और 24 साल के टेनिसन की बीवियां उस वक्त गर्भवती थीं. वे उन्हें हर दिन दो या तीन चिट्ठियां लिखा करतीं. 26 साल के डैरिगन भी शादीशुदा थे और छुट्टी लेकर अपने बेटे के बपतिस्मा में शामिल होने आ सके थे.
एक तस्वीर है जिसमें वह यूनिफॉर्म पहने मुस्कुराते हुए अपने बच्चे को थामे हैं. डैरिगन की पत्नी ने दोबारा शादी तो कर ली लेकिन अपने गुजरे पति की तस्वीरें अपने पास संभाल कर रखीं. उनके पास वो टेलिग्राम भी सुरक्षित रहा जिसमें उनकी मृत्यु का समाचार आया था. टेनीसन की पत्नी 96 साल की उम्र तक जीवित रहीं और दोबारा शादी नहीं की. उनके पोते स्कॉट जेफरसन ने बताया, "उन्होंने कभी यह भरोसा नहीं छोड़ा कि वह लौटकर आएंगे."
2013 का मेमोरियल डे, जब खोज शुरू हुई
12 साल पहले जब मेमोरियल डे आने वाला था तब आल्टहाउस ने अपनी मां से उन रिश्तेदारों का नाम पूछा जो दूसरे विश्व युद्ध में मारे गए. आल्टहाउस इलिनॉय यूनिवर्सिटी में राजनीति शास्त्र और संचार के प्रोफेसर हैं. दूसरे विश्व युद्ध में मारे गए लोगों के बारे में रिसर्च करते हुए उनके मन में उत्सुकता जगी. उनकी मां ने थॉमस केली का नाम बताया जो उनके रिश्ते के भाई थे और 21 साल की उम्र में फौज की सेवा के दौरान लापता हो गए थे.
आल्टहाउस को याद है कि जब एक बच्चे के रूप में वह मेमोरियल स्टोन के पास गए थे तब, उस पर एक बमवर्षक विमान को अंकित किया गया था. उन्होंने उस लापता विमान के बारे में पढ़ना शुरू किया. उन्होंने बताया, "वह एक रहस्य था जिसका मैंने पता लगाया और जो मेरे रिश्तेदारों के लिए अहम था."
दूसरे रिश्तेदारों की मदद से उन्होंने ऐतिहासिक दस्तावेजों को खंगाला. तस्वीरों और गवाहों के बयान देखे. विमान कहां गिरा था इस के बारे में कई बार उन्हें विरोधभासी जानकारियां मिलीं.
2017 में मिला विमान का मलबा
चार साल की छानबीन के बाद आल्टहाउस ने एक रिपोर्ट लिखी. इसमें उन्होंने यह निष्कर्ष निकाला बमवर्षक विमान अवार पॉइंट पर गिरा था जो अब पापुआ न्यू गिनी में है. इस रिपोर्ट को प्रोजेक्ट रिकवर के साथ शेयर किया गया. यह गैरलाभकारी संगठन अमेरिकी सेना के लापता लोगों का पता लगाने की कोशिश करता है. यह रक्षा विभाग की एक एजेंसी का सहयोगी भी है जिसे डिफेंस पीओडब्ल्यू/एमआईए अकाउंटिंग एजेंसी या फिर डीपीएए कहा जाता है.
प्रोजेक्ट रिकवर की एक टीम ने स्क्रिप इंस्टिट्यूशन फॉर ओशेनॉग्राफी के रिसर्चरों के साथ मिल कर 2017 में विमान के मलबे का पता लगा लिया. समुद्र के तल में लगभग 27 वर्ग किलोमीटर की जगह पर खोज करने के बाद उन्हें यह मलबा मिला.
डीपीएए ने पानी के अंदर अपना सबसे गहरा अभियान 2023 में शुरू किया. नौसेना के गोताखोरों की टीम को वहां कुत्ते के टैग मिले. इन पर जंग लग चुका था लेकिन डैरिगन और उनकी पत्नी का नाम अंकित था, आपातकालीन संपर्क के रूप में. केली की अंगुठी भी मिली जिसका रत्न तो गायब था लेकिन उस पर बॉम्बार्डियर अभी भी अंकित था. इसके बाद अवशेषों का डीएनए परीक्षण किया गया.
सितंबर, 2024 में सेना के अधिकारियों ने डैरिगन, केली, शेपिक और टेनिसन के अवशेष मिलने की आधिकारिक घोषणा की. उस जगह सात और सैनिकों के अवशेष हो सकते हैं जो विमान में सवार थे. संभव है कि डीपीएए भविष्य में वहां फिर अभियान चलाए.
81 साल बाद घर वापसी
शनिार को डैरिगन को दफनाए जाते वक्त 200 से ज्यादा लोग वहां जमा हुए. कुछ लोग किनारे खड़े हो कर झंडे लहरा रहे थे तो कुछ उनकी कब्र पर सल्यूट करने आए. डैरिगन की रिश्तेदार सूजन पिनियेरो ने वहां शोक मना रहे लोगों से कहा, "80 साल बाद यह महान सैनिक अपने घर पहुंचा है."
डैरिगन के बेटे की 2020 में मौत हो गई लेकिन उनके पोते एरिक शिंडलर इस मौके पर वहां पहुंच गए थे. डैरिगन की 85 साल की भतीजी वर्जीनिया पिनियेरो भी वहां आई थीं.
केली के अवशेष बीते शुक्रवार को उनके पहुंचे. सोमवार को उनकी पारिवारिक कब्रगाह में उन्हें दफनाया गया. उसकी कब्र के पत्थर पर बॉम्बर भी बनाया गया है. आल्टहाउस ने कहा, "केली की यादों के जल्दी खत्म होने के बहुत कम ही आसार हैं."
आल्टहाउस अब प्रोजेक्ट रिकवर के साथ एक वॉलंटियर के तौर पर काम करते हैं. शेपिक को पेन्सिल्वेनिया के कोल सेंटर में उनके मां-बाप के पास ही अगले कुछ महीनों में दफनाया जाएगा. उनकी भतीजी डेब्रा वाइनलैंड ने कहा कि उनके स्वर्गवासी पिता और शेपिक के छोटे भाई भी ऐसा ही चाहते. शेपिक का बेटा हाईस्कूल में पढ़ने के दौरान ही कैंसर का शिकार हो कर मर गया.
टेनिसन को कैंसस के विशिता में 27 जून को उनकी पत्नी की कब्र के पास दफनाया जाएगा. उनकी पत्नी जीन की 2017 में मौत हुई थी, उसके कुछ ही महीनों बाद विमान का मलबा मिला था.