दूसरा विश्वयुद्ध खत्म हुआ तो दुनिया के एक बड़े हिस्से में केवल भय, विनाश और निराशा के रंग थे. आज आठ दशक के बाद जब हम अपने चारों ओर देखते हैं तो विकास और उन्नति की चांद से आगे जाती तस्वीरें दिखाई देती हैं. युद्धों के भारी नुकसान से लुटी पिटी दुनिया ने 1945 से 2025 तक का यह सफर कैसे पूरा किया?