किस-किसका कर्जदार है अमेरिका
अमेरिका पर बढ़ते कर्ज को लेकर दुनियाभर में चिंता है. देखिए किस देश को अमेरिका की कितनी देनदारी है. ये ताजा आंकड़े हैं, लेकिन लगातार बदलते रहते हैं.
अमेरिका पर कुल कर्ज
अमेरिका की सरकार पर लगभग 36,000 अरब डॉलर का कर्ज है. यह कर्ज ट्रेजरी बॉन्ड के रूप में है, जो अमेरिका ने जारी किए हैं. अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड को व्यापक रूप से वित्तीय रिजर्व और मूल्य निर्धारण के मानक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.
अमेरिका में प्रमुख कर्ज धारक
फेडरल रिजर्व सिस्टम ने 4,700 अरब डॉलर, सोशल सिक्योरिटी और अन्य अमेरिकी एजेंसियों ने 2,400 अरब डॉलर, विदेशी निवेशकों ने 8,700 अरब डॉलर और अमेरिकी निवेशकों व अन्य धारकों ने 19,700 अरब डॉलर मूल्य के अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड खरीद रखे हैं.
क्या है कर्ज का मतलब
अमेरिकी सरकार खर्चों को पूरा करने के लिए ट्रेजरी बॉन्ड जारी करती है, जो निवेशकों से उधार लिए गए पैसे का प्रतिनिधित्व करते हैं. ये बॉन्ड सरकार की ओर से तय समय के बाद ब्याज सहित लौटाने का वादा होता है, जिससे निवेशकों को सुरक्षित रिटर्न मिलता है. दुनिया भर के देश, बैंक और संस्थान इन बॉन्ड में निवेश करते हैं क्योंकि इन्हें सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है.
सबसे बड़े विदेशी लेनदार
शीर्ष विदेशी बॉन्ड धारकों में जापान (1,100 अरब डॉलर), चीन (768.6 अरब डॉलर), ब्रिटेन (765.6 अरब डॉलर) और लक्जमबर्ग (424.5 अरब डॉलर) ने अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड खरीदे हैं.
अन्य प्रमुख विदेशी धारक
अन्य प्रमुख लेनदारों में केमैन आइलैंड्स, कनाडा, बेल्जियम, आयरलैंड, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, ताइवान, सिंगापुर, हांगकांग और भारत शामिल हैं.
भारत का अमेरिकी कर्ज निवेश
भारत ने 234 अरब डॉलर के अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड खरीदे हैं, जिससे वह अमेरिका के शीर्ष विदेशी कर्जदाताओं में शामिल है. अमेरिकी ट्रेजरी हर महीने विदेशी स्वामित्व डेटा प्रकाशित करता है, लेकिन यह स्वीकार करता है कि कस्टोडियल खाते वास्तविक मालिकों की सही जानकारी नहीं दिखा सकते.
निवेशकों पर प्रभाव
कुल अमेरिकी कर्ज 35,500 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है और लगातार बढ़ रहा है. अमेरिकी कर्ज की विश्वसनीयता को लेकर किसी भी प्रकार की अनिश्चितता वैश्विक वित्तीय बाजार को प्रभावित कर सकती है, क्योंकि ट्रेजरी बॉन्ड सुरक्षित संपत्ति माने जाते हैं.