क्या कहती है जर्मनी की ब्लैक बुक
जर्मनी में करदाताओं के संघ ने नई ब्लैक बुक प्रकाशित की है. इससे पता चलता है कि जनता की गाढ़ी कमाई को कैसे और कहां कहां बर्बाद किया गया.
क्या है ये "ब्लैक बुक"
जर्मन टैक्सपेयर्स एसोसिएशन (बीएसटी) ने "ब्लैक बुक" का 50वां अंक छापा है. हर साल छपने वाली इस किताब में सार्वजनिक पैसे की बर्बादी के उदाहरण दिए जाते हैं. 2022 में आई ब्लैक बुक में ऐसे 110 मामले में जहां पैसा बर्बाद किया गया.
चांसलर मुख्यालय का विस्तार
जर्मनी में जर्मन चांसलरी के मुख्यालय को और बड़ा बनाया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 77.7 करोड़ यूरो बताई गई है. कुछ विशेषज्ञ इसे 17.7 करोड़ ज्यादा महंगा बता रहे हैं. टैक्सपेयर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट राइनर होत्सनागल कहते हैं कि, "मैं दावा करता हूं कि यह खर्च करीब एक अरब तक पहुंचेगा."
एल्माऊ कासल में राजसी सम्मेलन
जून 2022 में जर्मन प्रांत बवेरिया के एल्माऊ में जी-7 देशों के अधिकारी मिले. कासल में हुए सम्मेलन पर 18 करोड़ यूरो खर्च हुए. बीएसटी के मुताबिक 2015 में हुए इसी तरह के सम्मेलन का खर्च 4.5 करोड़ यूरो सस्ता था. इस अतिरिक्त खर्च के लिए केवल महंगाई को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.
जरा सी सेवा और बड़ा मेवा
गॉयटिंगन में एक हेड ऑफ डिपार्टमेंट को समय से पहले सेवानिवृत्त करने का फैसला किया गया. बीएसटी के मुताबिक अब वह अधिकारी 2028 तक प्रतिवर्ष साढ़े चार लाख यूरो पेंशन की हकदार हैं. दो साल की सेवा के बदले अब उन्हें भविष्य में हर महीने 5000 यूरो से ज्यादा की पेंशन मिला करेगी. यह रकम जर्मनी में मिलने वाले औसत वेतन की करीब दोगुनी है.
अरबों यूरो समंदर में
जर्मन मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक दो नए फ्यूल ट्रांसपोर्टर जहाज खरीदने में 87 करोड़ यूरो खर्च किए जाएंगे. बाजार में इस कैटेगरी के दूसरे शिप 14 से 21 करोड़ यूरो के हैं. बीएसटी के मुताबिक इस मामले में संघीय सेना के खरीदारी विभाग ने 25 करोड़ यूरो ज्यादा कैलकुलेट किए.
महंगा अस्थायी इंतजाम
कोविड-19 के खिलाफ पहली कारगर वैक्सीन बनाने वाली जर्मन कंपनी बायोन्टेक के मुनाफे से माइंज शहर को बहुत टैक्स मिला. 2013 में तंगहाली के चलते जो शहर, एक स्कूल में इमरजेंसी सीढ़ियां नहीं बना पा रहा था, अब वो बाहरी ढांचे की मदद से ये निकास बना चुका है, इस ढांचे के बदले 1,68,000 यूरो किराया दिया जा रहा है. बीएसटी के मुातबिक इससे कहीं कम खर्च में सीढ़ियां बन जाती. (रिपोर्ट: डिर्क काउफमन)