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अपराधजर्मनी

जर्मनी के ट्रेन स्टेशनों पर हिंसा और अपराध बढ़े

१ मार्च २०२५

जर्मनी में बीते साल राजधानी बर्लिन के मुख्य रेलवे स्टेशन पर देश भर में सबसे ज्यादा हिंसा की घटनाएं हुई हैं. बीते कुछ सालों से हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं, और रेलवे स्टेशन वो प्रमुख जगह है जहां यह ज्यादा हो रही हैं.

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बर्लिन के ट्रेन स्टेशन पर इंतजार करते यात्री
जर्मनी में रेलवे स्टेशन को लेकर सुरक्षा का अहसास बीते सालों में थोड़ा कम हुआ हैतस्वीर: Paul Zinken/dpa/picture alliance

बर्लिन के मुख्य रेलवे स्टेशन पर पिछले साल हिंसा की 764 घटनाएं दर्ज हुईं. इससे पहले के साल में यह संख्या 620 थी. जर्मनी की धुर दक्षिणपंथी पार्टी अल्टरनेटिव फॉर डॉयचलैंड के संसदीय दल ने संघीय सरकार से इस बारे में जानकारी मांगी थी. सरकार की तरफ से आए जवाब को समाचार एजेंसी डीपीए ने देखा है. 

बर्लिन में सबसे ज्यादा हिंसा

सरकार से मिले आंकड़ों के मुताबिक डॉर्टमुंड के मुख्य स्टेशन पर बीते साल हिंसा की 735 घटनाएं हुईं जबकि हनोवर के मुख्य स्टेशन पर 715 और कोलोन में 703 घटनाएं हुईं. आंकड़ों में बताया गया है कि जर्मनी के ट्रेन स्टेशनों पर हिंसा की घटनाएं 2023 में 25,640 थीं जो 2024 में बढ़ कर 27,160 हो गईं. इसी तरह यौन अपराधों की संख्या भी एक साल में 1,898 से बढ़ कर 2,262 हो गई है. इतना ही नहीं सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं भी बढ़ी हैं. 2023 में यह 30,961 थीं जो 2024 में बढ़ कर 32,671 हो गईं.

बर्लिन में स्टेशन पर हुई तोड़फोड़
स्टेशन पर तोड़फोड़ और संपत्ति को नुकसान पहुंचाे की घटनाएं भी बढ़ी हैंतस्वीर: Paul Zinken/dpa/picture alliance

नशीली दवाओं से जुड़े अपराधों की संख्या 2024 में कुल मिला कर 10,174 थी. यह पिछले साल की तुलना में कम है. 2023 में यह संख्या 18,382 थी. इस कमी की वजह नहीं बताई गई है. अप्रैल 2024 से भांग को लेकर एक कानून जर्मनी में जरूर लागू हुआ था.

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पुलिस से मिली जानकारी

यह संख्या मोटे तौर पर पुलिस से मिलने वाले आंकड़ों पर आधारित है. पुलिस को जब ऐसी किसी घटना की जानकारी मिलती है तो वह उसे अपने रजिस्टर में दर्ज करती है. इसका मतलब यह है कि ऐसी और भी बहुत सी घटनाएं हुई होंगी जिनके बारे में पुलिस को पता नहीं चला और फिर वो कहीं दर्ज नहीं हुईं.

तांबा चोरों से परेशान जर्मन रेल

हालांकि यह भी ध्यान में रखा जाना चाहिए कि 2024 में यूरोपीयन फुटबॉल चैंपियनशिप हुई थी. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग कई हफ्तों तक रेल से यात्रा कर रहे थे.

स्टेशन पर मौजूद रेल सुरक्षाकर्मी
बीते सालों में ट्रेन स्टेशनों पर हिंसा और तोड़ फोड़ की घटनाएं बढ़ी हैंतस्वीर: picture-alliance/dpa

जर्मन संसद में रुढ़िवादी समूह के आंतरिक मामलों के प्रवक्ता आलेक्जांडर थ्रोम ने डी वेल्ट अखबार से कहा, "ट्रेन स्टेशन और ट्रेनें डराने वाली जगहें बन रही हैं और लोगों में सुरक्षा को लेकर जो अहसास है उसे बहुत ज्यादा प्रभावित करेगा, यह स्थाई स्थिति नहीं होनी चाहिए."

अपराध और आप्रवासी

एएफडी के सांसद मार्टिन हेस ने एक बयान जारी कर कहा है, "कभी गतिशीलता और शांतिपूर्ण मुलाकातों के लिए जानी जाने वाली जगहें अब तेजी से ऐसी जगहों में बदल रही हैं जहां नहीं जाना अच्छा है."

जर्मनी में सबसे ज्यादा 53 यौन अपराध की घटनाएं डॉर्टमुंड के रेलवे स्टेशन पर हुईं. इस सूची में 40 घटनाओं के साथ फ्रैंकफर्ट और हैंबर्ग दूसरे नंबर पर हैं जहां यह संख्या 40 थी. 2023 में कोलोन के मुख्य रेलवे स्टेशन पर ऐसी 57 घटनाएं हुई थीं. एएफडी के पूछे सवाल में संदिग्धों के मूल देश के बारे में भी जानकारी मांगी गई थी. एएफडी अपनी आप्रवासियों विरोधी सोच के लिए जानी जाती है. हेस का कहना है, "अपराध के कई क्षेत्रों में संदिग्धों के बीच आप्रवासियों की संख्या समानुपातिक रूप से ज्यादा है."

हालांकि हाल ही में जारी हुए एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि जिन जगहों पर आप्रवासियों की संख्या ज्यादा हो, वहां अपराध भी ज्यादा होगा इसका कोई प्रमाण नहीं है. बीते महीनों में हुई कुछ घटनाओं से ऐसी सोच को बल मिला है कि आप्रवासी अपराध में ज्यादा लिप्त हैं. राजनीतिक दल इसका फायदा उठाने की कोशिश में हैं, और इस बार के चुनाव में भी यह एक प्रमुख मुद्दा था.

एनआर/वीके (डीपीए)