बच्चे जुड़वां लेकिन उनमें साल भर का अंतर
४ जनवरी २०२२जुड़वां बच्चों के आपस में संबंधों को लेकर अक्सर लोगों में उत्सुकता रहती है. कई बार वो बिल्कुल एक जैसा व्यवहार करते हैं तो कई बार बिल्कुल अलग. ऐसे भाई-बहनों में अक्सर बड़े होने को लेकर भी खासी प्रतिस्पर्धा रहती है लेकिन अमेरिका में ऐसे जुड़वां बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके जन्म के बीच साल भर का अंतर है.
चौंक गए? दरअसल सेलिनास शहर के एक अस्पताल में आइलीन योलांडा त्रुजीलो का जन्म नया साल शुरु होते ही हुआ. इस तरह से वह साल 2022 में अस्पताल में पैदा हुई पहली बच्ची बन गई. लेकिन इससे 15 मिनट पहले ही उसका भाई अल्फ्रेडो अंतोनियो त्रुजिलो इसी अस्पताल में पैदा हो चुका था. उसकी जन्म से जुड़ी जानकारी लिखी गई, 31 दिसंबर, 2021 को रात में 11 बजकर 45 मिनट पर जन्म. लेकिन आइलीन के बारे में लिखा गया, 01 जनवरी, 2022 को रात 12 बजे जन्म.
यादगार रहेगा जन्म
इसका मतलब ये है कि जुड़वां बच्चों ने आसपास ही जन्म लिया है लेकिन न इनकी जन्म की तारीखें मिलती हैं और न ही जन्म का साल. यह जानकारी ब्रिटिश गार्डियन अखबार ने दी है.
अखबार से बात करते हुए बच्चों को जन्म देने वाली डॉक्टर अना अब्रिल आरियास ने कहा, "अपनी जिंदगी में मैंने यह सबसे यादगार जन्म कराया है. इन दो छोटे बच्चों में से एक को 2021 में और दूसरे को 2022 में जन्म दिलाना वाकई खुशी की बात थी." अखबार के मुताबिक मां और बच्चे स्वस्थ हैं और जल्द ही घर जाकर अपने तीन बड़े भाई-बहनों से मिलेंगे.
खतरे में जुड़वां बच्चे
अमेरिका से अलग दुनिया भर में जुड़वां बच्चों को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं. कहीं ऐसे बच्चों को लकी माना जाता है तो कहीं बेहद बुरा. पश्चिमी अफ्रीका में कई समुदाय उन्हें पसंद नहीं करते. यहां कई समुदायों जुड़वां बच्चों को बुरा मानते हैं. नाइजीरिया की राजधानी अबूजा के स्टीवेंस ओलुसोला एजायी एक क्रिस्चियन मिशनरी हैं, जिन्होंने 19 जोड़ी जुड़वां बच्चों को मारे जाने से बचाया है. एजायी इस काम को 1996 से कर रहे हैं, वे ऐसे बच्चों को अपनाने के लिए उनके परिवारों और समुदायों को मनाते हैं. साल 2021 में उन्होंने 6 जुड़वा बच्चों को छोड़ दिए जाने के बाद फिर से उनके माता-पिता को लौटाने का काम किया है.
अफ्रीका में जुड़वां बच्चों को सिर्फ बुरा माने जाने से खतरा नहीं होता बल्कि ऐसे इलाकों में भी उनका जीवन खतरे में होता है, जहां उन्हें अच्छा माना जाता है. एक स्थानीय समाजविज्ञानी सावाडोगो बताते हैं, "ऐसे देश जहां जुड़वां बच्चों को अच्छा माना जाता है, वहां भी जुड़वां बच्चों का आर्थिक फायदे के लिए शोषण होने का डर रहता है. कई माएं बच्चों को पड़ोसियों से मांग लेती हैं और भीख मांगने में उनका इस्तेमाल करती हैं ताकि उन्हें ज्यादा पैसे मिलें."
एडी/एमजे (रॉयटर्स)