दुनियाभर में दशकों से ईंटों से घर बनाए जा रहे हैं, लेकिन जल्द ही यह सूरत बदल सकती है. फिर मॉड्यूल दर मॉड्यूल घर बनाए जाएंगे. इस तकनीक से घर बनाने वाले बिल्डरों का कहना है कि इस तरह घर कहीं जल्द बन जाते हैं और सस्ते भी पड़ते हैं. तो क्या दुनिया के तमाम देशों में घरों की कमी की समस्या से इस तकनीक के सहारे निपटा जा सकता है?