जर्मनी में एक कंपनी ने लोहे के ऐसे छर्रे बनाए हैं, जो हाइड्रोजन को स्टोर कर सकते हैं. इससे ग्रीन हाइड्रोजन तकनीक में बड़ी मदद मिल सकती है. ग्रीन हाइड्रोजन को भविष्य की 'प्राकृतिक गैस' माना जाता है. ये जीवाश्म ईंधनों पर आधारित उद्योगों को हरित बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकती है. उम्मीद है कि भविष्य में यह तकनीक आसान और किफायती हो जाएगी.