पेरिस: दंगों में कैसे बदला पसंदीदा फुटबॉल टीम की जीत का जश्न
शनिवार रात पेरिस के फुटबॉल क्लब पारी सां जेर्मां यानी पीएसजी ने जैसे ही चैंपियंस लीग की ट्रॉफी अपने नाम की वैसे ही पेरिस की सड़कों पर फैंस खूशी में झूमते नजर आए. हालांकि जश्न का ये माहौल कुछ ही पलों में हिंसक हो गया.
2 की मौत, 200 से ज्यादा घायल, 500 से अधिक गिरफ्तार
किसी टीम की जीत का जश्न लोगों की मौत में कैसे बदल सकती है इसका ताजा उदाहरण है पेरिस. लेकिन पेरिस की सड़कों पर पीएसजी की जीत का जश्न भले ही थोड़ी देर टिका लेकिन इसके बाद फ्रांस में हुई हिंसा और झड़प लगातार जारी रही.
दो अलग अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत
फ्रांस में मरने वालों में एक 17 साल का युवा शामिल है जिसकी चाकू मारकर हत्या कर दी गई. वहीं दूसरी मौत एक स्कूटर सवार महिला की हुई जिसे जीत का जश्न मना रहे फैंस की गाड़ी ने टक्कर मार दी.
कोमा में पहुंचा एक पुलिसकर्मी, कई घायल
फ्रांस के गृह मंत्री ने जानकारी दी कि इस पूरी झड़प में सुरक्षाबलों के 20 सदस्य और दमकल विभाग के 7 कर्मचारी भी घायल हुए हैं. भीड़ ने भारी मात्रा में पुलिस पर पथराव भी किया. एक घायल पुलिस अफसर के कोमा में चले जाने की भी खबर है.
बस स्टैंड तोड़े, 200 से अधिक गाड़ियां हुई राख
इस घटना में ना सिर्फ इंसानी जान का नुकसान हुआ बल्कि सार्वजनिक संपत्ति को भी लोगों ने बहुत नुकसान पहुंचाया. इस दौरान पेरिस में करीब 200 से ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया.
सार्वजनिक संपत्ति को भी नहीं बख्शा भीड़ ने
कई दुकानों में आग लगा दी गई और भीड़ ने कई बस स्टैंडों में तोड़ फोड़ मचाई. सैंकड़ों जगहों पर आगजनी की छिटपुट घटनाओं की खबरें आती रहीं.
जर्मनी के म्यूनिख शहर में भी बेकाबू हुए फैंस
फ्रांस के साथ साथ जर्मनी के शहर म्यूनिख में भी पीएसजी की जीत के बाद फैंस बेकाबू हो गए. हालांकि, पुलिस ने बिना किसी नुकसान के जल्द ही स्थिति को संभाल लिया.