पोप लियो 14वें की पहली प्रार्थना सभा में गाजा, म्यांमार और यूक्रेन का जिक्र
कैथोलिक चर्च के प्रमुख के तौर पर पोप लियो 14वें ने रविवार को अपनी पहली प्रार्थना सभा में भाग लिया. दुनिया भर से कई राष्ट्राध्यक्षों और नामचीन हस्तियों समेत करीब दो लाख लोग इस मौके पर वैटिकन सिटी में जुटे.
कार्यकाल की शुरूआत
हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में पोप लियो 14वें को भेड़ की ऊन से बना लबादा और फिशरमेन रिंग (मछुआरे की अंगूठी) पहनाई गई. यह दोनों पोप के प्रतीक चिह्न हैं. फिशरमेन रिंग, पहले पोप सेंट पीटर की निशानी मानी जाती है जो पेशे से एक मछुआरे थे.
पहले अमेरिकी पोप
शिकागो में पैदा हुए और लंबे समय तक लैटिन अमेरिकी देश पेरू में मिशनरी रहे लियो 14वें अमेरिका से आने वाले पहले पोप हैं. उनका जन्म का नाम रॉबर्ट फ्रांसिस प्रेवोस्ट है और पोप की जिम्मेदारियां संभालते वक्त उनकी उम्र 69 साल है.
पोप-मोबाइल पर सेंट पीटर स्क्वायर तक सवारी
पोप लियो 14वें ने पोप की खास गाड़ी 'पोप-मोबाइल' पर बैसिलिका से सेंट पीटर स्क्वायर तक का सफर किया और वहां दुनिया भर से आए मौजूद श्रद्धालुओं का अभिवादन स्वीकार किया.
चर्च की एकजुटता पर जोर
बतौर पोप अपनी पहली प्रार्थना सभा में लियो 14वें ने चर्च की एकजुटता पर जोर दिया. उन्होंने कहा, "प्यारे भाइयो और बहनो, मैं चाहता हूं कि यह हमारी सबसे पहली बड़ी ख्वाहिश हो: एकजुट चर्च, एकता और मेलजोल की एक निशानी जो मेल-मिलाप वाली दुनिया का जरिया बने."
वैश्विक शांति का संदेश
पोप लियो 14वें ने कहा, "आस्था और मेलजोल की खुशी के बीच, हमें उन भाइयों और बहनों को नहीं भूलना चाहिए जो युद्ध के कारण पीड़ित हैं.
आर्थिक लूट और गरीबी
पोप ने कहा,"हमारे समय में नफरत, हिंसा, पक्षपात, दूसरों से डर और पृथ्वी के संसाधनों को लूटने और गरीबों को किनारे धकेल देने वाले आर्थिक ढांचे के कारण हम बहुत ज्यादा फूट, बहुत सारे जख्म देख रहे हैं."
गाजा, म्यांमार और यूक्रेन का जिक्र
लियो 14वें ने कहा, "गाजा में बच्चे, परिवार और बुजुर्ग, जो बच गए हैं, वे भूख से परेशान हैं. म्यांमार में नई दुश्मनियों ने बेगुनाह जिंदगियां छीन ली हैं. यूक्रेन बेसब्री से एक इंसाफ और टिकाऊ शांति के लिए बातचीत का इंतजार कर रहा है."
विनम्रता और सेवा भाव
प्रार्थना सभा में मौजूद लोगों से लियो 14वें ने कहा, "मुझे बिना किसी योग्यता के चुना गया, और मैं आप तक डर कर और कांपते हुए आता हूं, एक भाई की तरह जो आपकी आस्था और खुशी का सेवक बनना चाहता है. और, ईश्वर के प्रेम के रास्ते पर आपके साथ चलना चाहता है, जो चाहता है कि हम सब एक परिवार हो जाएं"
यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधि वैटिकन में
लियो 14वें की पहली प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की वैटिकन पहुंचे हैं. रूस की तरफ से देश की संस्कृति मंत्री ओल्गा ल्यूबीमोवा वैटिकन पहुंची हैं.
यूक्रेन-रूस वार्ता के लिए वैटिकन की पेशकश
पोप ने यूक्रेन और रूस के बीच शांति वार्ता की जगह के तौर पर वैटिकन की पेशकश की है. प्रार्थना सभा के बाद पोप ने जेलेंस्की से निजी मुलाकात भी की. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के बाद की पहली सीधी बैठक 16 मई को तुर्की के इस्तांबुल में हुई थी
मैर्त्स, वैंस और कार्नी जैसी हस्तियां
जर्मन चांसलर फ्रीडरिष मैर्त्स, अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वैंस, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी, पेरू की राष्ट्रपति दीना बोलुआर्ते समेत कई देशों के राजपरिवार नए पोप की पहली प्रार्थना सभा के लिए वैटिकन पहुंचे.
कैथोलिक चर्च के 267वें पोप
लियो 14वें, एक अरब से ज्यादा अनुयायियों वाले कैथोलिक चर्च के 267वें पोप हैं. कैथोलिक मत के शीर्ष धार्मिक नेता बनने के लिए लियो 14वें का चुनाव 8 मई 2025 को हुआ था. उनसे पहले पोप रहे फ्रांसिस का निधन 21 अप्रैल को ईस्टर मंडे के दिन हुआ था.