ओडिशा: प्रोफेसर के शोषण से परेशान छात्रा ने खुद को लगाई आग
१३ जुलाई २०२५ओडिशा के बालासोर फकीर मोहन कॉलेज की एक छात्रा ने बीते शनिवार को आत्मदाह की कोशिश की. छात्रा ने कॉलेज के सहायक प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष समीर कुमार साहू के खिलाफ यौन हिंसा की शिकायत दर्ज करवाई थी. लेकिन कॉलेज ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की. इससे परेशान होकर उसने कैंपस में ही खुद को आग लगा ली.
छात्रा को तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया लेकिन स्थिति बिगड़ने पर उसे एम्स भुवनेश्वर भेज दिया गया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वह लगभग 90 फीसदी तक जल गई है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. एम्स भुवनेश्वर के निदेशक ने बताया कि पीड़ित फिलहाल आईसीयू में वेंटिलेटर पर है. छात्रा के इलाज के लिए एम्स ने डॉक्टरों की एक उच्चस्तरीय समिति भी बनाई है.
घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. बालासोर के एसपी ने जानकारी दी कि पुलिस को आरोपी के खिलाफ सबूत मिले हैं. पीड़ित छात्रा ने 30 जून को ही कॉलेज की आतंरिक समिति में अपनी शिकायत दर्ज करवाई थी. साथ ही बताया कि पुलिस समिति की रिपोर्ट की जांच भी करेगी और उन्होंने दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया.
सरकार ने बनाई जांच समिति
ओडिशा सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी सहायक प्रोफेसर और कॉलेज के प्रिसिंपल को सस्पेंड कर दिया. विभाग ने कहा कि एफएम कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप कुमार घोष अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहे, जिसके कारण उन्हें उनके पद से निलंबित किया गया है.
विभाग ने इस घटना की जांच के लिए समिति का गठन किया है. सरकारी समिति किन कारणों ने छात्रा को आत्मदाह के लिए मजबूर किया, पूरे प्रकरण में आरोपी प्रोफेसर की और कॉलेज प्रशासन की भूमिका की भी दोबारा जांच करेगी. साथ ही छात्रा की शिकायत के बाद कॉलेज प्रशासन की कार्रवाई में कहीं कोई चूक ना रह गई हो इसकी भी जांच होगी.
विपक्ष ने सरकार को घेरा
आत्मदाह मामले पर राजनीतिक पार्टियां भी एक दूसरे पर आरोप मढ़ रही हैं. ओडिशा कांग्रेस समिति के प्रवक्ता रजनी कुमार मोहंती ने राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं लेकिन राज्य सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है. वहीं, बीजेपी ने कॉलेज प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं.
बालासोर से बीजेपी सांसद प्रताप चरण सारंगी ने कहा कि यह मामला कई दिनों से चल रहा था. समाचार एजेंसी एएनआई को उन्होंने बताया, "पीड़ित छात्रा ने पहले भी आत्महत्या की कोशिश की थी. उसने और उसकी दोस्तों ने मुझसे इसकी शिकायत की थी. तब मुझे कॉलेज प्रशासन ने कहा था कि वह पांच दिनों के अदर जांच रिपोर्ट सौंप देंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं." आगे उन्होंने बताया कि जब उन्हें छात्रा के आत्मदाह की जानकारी मिली तो उन्होंने कॉलेज प्रिंसिपल को फोन किया लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला.
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा है कि यह मामले काफी परेशान करने वाला है. उन्होंने राज्य के राज्यपाल से अपील की है कि वे दखल देकर छात्रा को जल्द से जल्द न्याय दिलाने में मदद करें.