पोलैंड में घुसे रूसी ड्रोनों से हरकत में आया नाटो
१० सितम्बर २०२५नाटो की नॉर्थ अटलांटिक काउंसिल, रूसी ड्रोनों द्वारा पोलैंड के एयरस्पेस का उल्लंघन करने के मुद्दे पर बुधवार को बातचीत करने जा रही है. यह बातचीत नियमित सत्र के दौरान ही की जाएगी.
सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर एक पोस्ट में नाटो की प्रवक्ता ने लिखा, "रात में कई ड्रोन पोलैंड के एयरस्पेस में दाखिल हुए और पोलिश व नाटो के एयर डिफेंस ने उनका सामना किया. नाटो महासचिव पोलिश नेतृत्व के संपर्क में हैं और नाटो नजदीकी से पोलैंड के साथ मशविरा कर रहा है."
बुधवार तड़के पोलैंड के प्रधानमंत्री डॉनल्ड टुस्क ने दावा किया कि उनकी वायु सीमा में घुसे रूसी ड्रोनों के खिलाफ कदम उठाए जा रहे हैं. टुस्क ने यह जानकारी एक्स पर, सुबह 4 बजकर 19 मिनट पर दी. इसके बाद पोलैंड ने राजधानी वारसॉ के मुख्य हवाई अड्डे समेत कुछ एयरपोर्टों को बंद कर दिया. सुबह 8 बजे प्रधानमंत्री ने रक्षा मंत्री समेत दूसरे अहम कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक भी की.
पोलैंड के आकाश में ट्रैक किए गए कई ऑब्जेक्ट
पोलैंड की सेना के अधिकारियों के मुताबिक, उन्होंने करीब दर्जन भर ड्रोन जैसे ऑब्जेक्ट ट्रैक किए और कुछ को मार गिराया गया. पोलिश सेना की एक ऑपरेशनल कमांड ने सोशल मीडिया पर कहा, "यूक्रेन के इलाकों पर रूसी फेडरेशन के आज के हमलों के बाद, ड्रोन जैसे ऑब्जेक्ट्स ने पोलैंड के एयरस्पेस का अभूतपूर्व तरीके से उल्लंघन किया."
फरवरी 2022 में शुरू हुए यूक्रेन युद्ध के बाद यह पहला मौका है जब पोलैंड ने अपनी वायु सीमा में घुसे रूसी ड्रोनों को निशाना बनाया है. पोलैंड की सेना के मुताबिक, "इस आक्रामक हरकत ने हमारे नागरिकों की सुरक्षा के सामने असली खतरा पैदा किया."
पोलैंड की पुलिस ने दावा किया है कि उसने देश के पूर्वी इलाके में गिरे एक ड्रोन का मलबा जुटा लिया है. अन्य जगहों से भी ऐसी रिपोर्टें आ रही हैं.
यूक्रेन ने कहा, पश्चिम को परख रहा है रूस
यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्री सिबिहा ने इस घटना को पुतिन का युद्ध विस्तार बताया है. सिबिहा ने एक्स पर लिखा, "पुतिन लगातार भड़काना, युद्ध का विस्तार करना और पश्चिम को परखना जारी रखे हुए हैं. जब तक उन्हें ताकतवर जवाब नहीं मिलेगा, वह आक्रामक होते जाएंगे."
यूक्रेनी विदेश मंत्री के मुताबिक, पोलैंड में ड्रोन घुसाकर रूस पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया की थाह ले रहा है. सिबिहा ने कहा, "एक कमजोर जवाब रूस को और ज्यादा भड़काएगा- और फिर रूसी मिसाइलें और ड्रोन यूरोप में और भीतर तक उड़ान भरेंगे."
यूरोप की कड़ी प्रतिक्रिया
पोलैंड में रूसी ड्रोनों के दाखिले ने यूरोपीय संघ के भीतर भी हरारत पैदा की है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने बुधवार को इसे पूरी तरह "अस्वीकार्य" करार दिया. माक्रों ने एक्स पर लिखा, "हम अपने साझेदारों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे."
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने आगे कहा, "मैं इसकी सबसे कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. मैं रूस कहता हूं कि वह अपनी सनकी हरकतों को बंद करे. मैं पोलिश जनता और सरकार के प्रति अपनी पूरी एकजुटता को दोहरता हूं."
यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला फॉन डेय लाएन ने भी बुधवार को "पोलैंड के साथ पूरी एकजुटता" का वादा किया. फ्रांसीसी शहर श्ट्रासबुर्ग में यूरोपीय सांसदों को संबोधित करते हुए फॉन डेय लाएन ने कहा, "आज ही हमने देखा कि 10 से ज्यादा रूसी शाहिद ड्रोनों ने पोलैंड और यूरोपीय वायु क्षेत्र का लापरवाह और अभूतपूर्व तरीके से उल्लंघन किया."
फॉन डेय लाएन ने यूक्रेन के रक्षा उद्योग की मदद के लिए एक सैन्य अभियान और "ईस्टर्न फ्लैंक वॉच" प्रोग्राम की पहल भी शुरू की है. ईस्टर्न फ्लैंक वॉच प्रोग्राम के तहत रूसी सीमा से सटे यूरोपीय संघ के बॉर्डरों पर रियल टाइम निगरानी को और ज्यादा चौकस बनाया जाएगा.