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पांच साल चलेगा ये 'मेड इन इंडिया' सैनिटरी पैड

१६ जनवरी २०२३

भारत में हर महीने महिलाओं के पीरियड्स के दौरान काम आने वाले करीब 100 करोड़ पैड कचरे में जाते हैं. इससे एक साल में 1.13 लाख टन कचरा पैदा होता है. लेकिन जयपुर में बन रहा एक ईको फ्रेडली पैड इस समस्या का जवाब हो सकता है.

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