भारत में करोड़ों लोगों के डाटा पर सेंध
हैदराबाद की साइबराबाद पुलिस ने करोड़ों लोगों के डाटा चोरी के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया है. उस पर करीब 67 करोड़ डाटा चुराने का आरोप है.
अब तक की सबसे बड़ी डाटा चोरी
भारत में अब तक की सबसे बड़ी डाटा चोरी का मामला सामने आया है. हैदराबाद की साइबराबाद पुलिस ने हरियाणा से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी हरियाणा के फरीदाबाद का रहने वाला है.
पैन से लेकर निजी डाटा तक
पुलिस का कहना है कि आरोपी, पैन की जानकारी से लेकर निजी डाटा तक बेच रहा था. पुलिस ने आरोपी के पास से मोबाइल और लैपटॉप बरामद किए हैं जिनमें करोड़ों लोगों के निजी डाटा मौजूद थे.
24 राज्य और 8 मेट्रो शहर तक जाल
आरोपी के पास 24 राज्यों और आठ महानगरों के 66.9 करोड़ व्यक्तियों और निजी संगठनों का निजी और गोपनीय डाटा मौजूद था. मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि ये डाटा क्लाउड पर बिक्री के लिए उपलब्ध था.
किन लोगों के डाटा चुराए
पुलिस को आरोपी विनय भारद्वाज के पास से छात्राओं, सरकारी कर्मचारियों, पैनकार्ड धारकों, दिल्ली के बिजली उपभोक्ताओं, डेबिट और क्रेडिट कार्ड धारकों के डाटा और मोबाइल नंबर मिले हैं.
किसे बेचा जाता था डाटा
पुलिस का कहना है कि आरोपी इंस्पायरवेब्ज नाम की वेबसाइट के जरिए नागरिकों और सरकारी कर्मचारियों की जानकारियां बेचता था. वह क्लाउड लिंक्स के माध्यम से इस डाटा को बेचता था.
विपक्ष का सवाल
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार से सवाल किया है. कांग्रेस का कहना है कि 67 करोड़ों लोगों की निजी जानकारियां कैसे और क्यों चोरी हुई. कांग्रेस का कहना है कि यह भारतीयों की निजता और सुरक्षा पर वार है.