भारत के अधिकांश जिलों में भीषण गर्मी और लू का खतरा
एक अध्ययन में पाया गया है कि भारत के लगभग 57 प्रतिशत जिले अत्यधिक गर्मी के कारण "उच्च से बहुत उच्च" जोखिम का सामना कर रहे हैं. रात के समय तापमान और आर्द्रता में वृद्धि के कारण स्वास्थ्य पर पड़ने वाला प्रभाव बढ़ गया है.
गर्मी की चपेट में भारतीय शहर
दिल्ली स्थित काउंसिल ऑन एनर्जी एनवायरनमेंट एंड वाटर (सीईईडब्ल्यू) के ताजा शोध के मुताबिक सबसे अधिक गर्मी के खतरे वाले 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली, महाराष्ट्र, गोवा, केरल, गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश शामिल हैं.
भारत की तीन-चौथाई आबादी पर असर
शोध में कहा गया है कि देश के लगभग 57 प्रतिशत जिले, जिनमें भारत की कुल जनसंख्या का 76 प्रतिशत हिस्सा रहता है, वर्तमान में "उच्च" से लेकर "अत्यधिक" तापमान के जोखिम की स्थिति में हैं.
दिल्ली में खतरा अधिक
शोध में कहा गया है कि राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी और लू का खतरा सबसे अधिक है. उत्तर भारत के कई शहरों में इस समय गर्मी और लू की स्थिति बनी हुई है.
दिन और रात दोनों गर्म
शोध के मुताबिक भारत में बहुत गर्म दिनों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन चिंता की बात यह है कि बहुत गर्म रातों की संख्या और भी अधिक बढ़ रही है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी जोखिम पैदा हो रहे हैं.
गर्मी से मौतें
भारत में पिछले साल 1 मार्च से 18 जून के बीच 40,000 से अधिक संदिग्ध हीटस्ट्रोक के मामले दर्ज किए गए और कम से कम 110 मौतें हुईं, जबकि इसके उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में हीटवेव वाले दिनों की संख्या सामान्य से दोगुनी से भी ज्यादा दर्ज की गई.