नाटो में दूसरी सबसे बड़ी सेना तुर्की की है. उसका रक्षा उद्योग भी तरक्की पर है. तुर्की, यूक्रेन को समर्थन देता है और ब्लैक सी में स्थिरता चाहता है. वह यूरोप की सुरक्षा में बड़ी जिम्मेदारी भी उठाना चाहता है, लेकिन मुफ्त में नहीं. सवाल है कि तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन, यूरोप और यूक्रेन की मदद के लिए क्या कीमत चाहेंगे? और, क्या यूरोपीय संघ यह कीमत चुकाने को तैयार होगा?