समुद्र में मिले 300 साल पुराने खजाने पर किसका हक
कोलंबिया में 1708 में एक जहाज डूब गया था जिसे अब तक के सबसे बड़े खजानों में से एक बताया जाता है. अब इस खजाने पर हक को लेकर विवाद हो रहा है.
सैन होजे का खजाना
दक्षिण अमेरिका के तीन आदिवासी संगठनों ने ‘सैन होजे‘ नामक जहाज के समुद्र में डूबे मलबे पर अपना हक जताया है. उन्होंने युनेस्को से मांग की है कि इस खजाने पर उन्हें भी हक दिया जाए.
300 साल पहले डूबा
सैन होजे 1708 में कोलंबिया के तट के पास कैरेबियाई सागर में डूब गया था. इतिहासकारों का कहना है कि इस जहाज पर जो खजाना मौजूद था, वह अब तक के सबसे बड़े भंडारों में से एक है.
अकूत दौलत
2015 में इस जहाज का मलबा खोजा गया था. सोनार तकनीक की मदद से मिले इस जहाज में कांसे की तोपें, हथियार, सिरामिक और अन्य साज ओ सामान की पहचान हुई है.
कोलंबिया कोशिश में
कोलंबिया ने इसी साल फरवरी में ऐलान किया था कि वह इस खजाने को निकालने के लिए एक अभियान समुद्र में भेजेगा.
पुरखों की मेहनत
दक्षिण अमेरिकी आदिवासी समुदायों किलाकस, कारांगस और चिचास ने कहा है कि यह खजाना उनके पुरखों ने बोलीविया की खानों से निकाला था, जब स्पेन उन्हें गुलाम बनाकर वहां ले गया था.
बराबर बंटवारे की मांग
समुद्री विरासत के विशेषज्ञ वकील होजे मरिया लांचो ने इस मामले में आदिवासियों की तरफ से एक अपील दायर की है. उनकी मांग है कि खजाने को स्पेन और कोलंबिया के बीच बराबर बांटा जाना चाहिए.