भारत का पासपोर्ट हुआ पहले से कमजोर; जानिए कौन सा है सबसे मजबूत पासपोर्ट
अप्रैल 2025 में जारी हुई नोमैड कैपिटलिस्ट पासपोर्ट इंडेक्स 2025 के अनुसार, दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की सूची में भारत पिछले साल के 147वें स्थान से गिरकर 199 देशों में 148वें स्थान पर आ गया है.
भारत खिसका 147 से 148वें स्थान पर
पूर्वी अफ्रीकी देश कोमोरोस के साथ भारत को भी 47.5 अंकों के साथ 148वें स्थान पर रखा गया है. पिछले साल भारत मोजाम्बिक के साथ 147वें स्थान पर था.
सबसे कमजोर पासपोर्ट है इन देशों का
सूची में 195 से 199 तक के क्रम में सबसे कमजोर पासपोर्ट रखे गए हैं. इनमें शामिल हैं पाकिस्तान, इराक, एरिट्रिया, यमन और अफगानिस्तान.
पांच मापदंडों पर खरे उतरे टॉप रैंकिंग वाले पासपोर्ट
ये पांच मापदंड हैं - वीजा-मुक्त यात्रा (50 फीसदी योगदान), कराधान (20 फीसदी), वैश्विक धारणा (10 फीसदी), दोहरी नागरिकता (10 फीसदी) और व्यक्तिगत स्वतंत्रता (10 फीसदी).
सबसे मजबूत पासपोर्ट आयरलैंड का
आयरलैंड 2025 के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट में से एक है, जो अपने धारकों को 176 देशों में वीजा-फ्री प्रवेश का हकदार बनाता है.
मजबूत पासपोर्ट यानी आसानी से यात्रा
दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट धारकों को दुनिया भर में आसानी से यात्रा करने की सुविधा देते हैं, जिससे उन्हें कई देशों में प्रवेश करने के लिए वीजा-मुक्त या वीजा-ऑन-अराइवल की सुविधा मिलती है.
देश की मजबूती का आईना
अच्छी रैंकिंग को देशों के लिए मजबूत अंतरराष्ट्रीय संबंधों, मजबूत व्यापार साझेदारियों और वैश्विक संगठनों में प्रभाव का संकेत भी माना जाता है. इससे आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक मजबूती का भी इशारा मिलता है.
हेनले पासपोर्ट सूचकांक में भी भारत नीचे खिसका
जनवरी में, हेनले पासपोर्ट सूचकांक में भारत 80वें स्थान से गिरकर 85वें स्थान पर आ गया, जो कि इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के आंकड़ों के आकलन पर आधारित है.