यूक्रेन पर एक समझ बनी हैः पुतिन और ट्रंप
प्रकाशित १५ अगस्त २०२५आखिरी अपडेट १६ अगस्त २०२५आपके लिए अहम जानकारी
- ऑपरेशन सिंदूर पर बोले पीएम मोदी, पाकिस्तान की नींद अभी भी उड़ी हुई है
- परमाणु धमकियों को हम सहने वाले नहीं: पीएम मोदी
- भारत पर लगे टैरिफ ने पुतिन को बातचीत के लिए राजी किया: ट्रंप
-पुतिन के पास यूक्रेन युद्ध समाप्त करने का मौका: मैर्त्स
-यूनेस्को ने अफगान महिलाओं के लिए शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने का आग्रह किया
ट्रंप और पुतिन बोले, कुछ मुद्दों पर सहमति बनी
अमेरिका और रूस के नेताओं के बीच हुई बातचीत के बाद कोई ठोस बयान नहीं दिया गया लेकिन डॉनल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन दोनों ने कहा कि बातचीत रचनात्मक रही और यूक्रेन पर एक “समझ” बनी है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रंप को सहयोग और बातचीत के दोस्ताना लहजे के लिए धन्यवाद दिया और उम्मीद जताई कि दोनों पक्षों के बीच बनीं सहमतियां रूस-अमेरिका संबंधों को बहाल करने की दिशा में शुरुआती कदम साबित होंगी.
पुतिन ने ट्रंप से सहमति जताई कि यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए और कहा कि आपसी समझ से शांति स्थापित होने की उम्मीद है. उन्होंने यूरोप और यूक्रेन को प्रगति में बाधा ना डालने की चेतावनी दी और रूस-अमेरिका निवेश साझेदारी की बड़ी संभावनाओं पर जोर दिया. पुतिन ने यह भी स्वीकार किया कि द्विपक्षीय संबंधों में हाल का दौर बेहद कठिन रहा है.
ट्रंप ने कहा कि पुतिन लोगों की हत्या रुकवाना चाहते हैं और संकेत दिया कि उनकी अगली मुलाकात जल्द हो सकती है. ट्रंप ने कहा कि जिन मुद्दों पर बात हुई है, उसके बारे में वह यूक्रेन और यूरोपीय नेताओं से बात करेंगे और उसके बाद आगे के कदम तय किए जाएंगे.
पुतिन और ट्रंप के बीच बैठक खत्म
रूसी अधिकारियों के मुताबिक अलास्का में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के बीच बैठक समाप्त हो गई है. शुक्रवार को शुरू हुई यह उच्च-स्तरीय बैठक दो घंटे से ज्यादा चली, जिसमें दोनों नेताओं ने यूरोप के पिछले 80 वर्षों के सबसे घातक संघर्ष, यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के तरीकों पर चर्चा की. इस बैठक पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर है और इसे दोनों देशों के संबंधों के लिए अहम माना जा रहा है. रूस के अनुसार, पुतिन और ट्रंप जल्द ही संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू करेंगे.
जब पत्रकार ने चिल्लाकर पूछाः क्या आम लोगों का कत्ल बंद होगा
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को अलास्का के एक एयरबेस पर खूब गर्मजोशी से और काफी देर तक हाथ मिलाया और मुस्कुराते हुए अपने शिखर सम्मेलन की शुरुआत की. इस बैठक में ट्रंप के उस वादे की परीक्षा होगी, जिसमें उन्होंने यूक्रेन में जारी खूनी युद्ध को खत्म करने की बात कही थी.
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को अलास्का के एक एयरबेस पर खूब गर्मजोशी से और काफी देर तक हाथ मिलाया और मुस्कुराते हुए अपने शिखर सम्मेलन की शुरुआत की. इस बैठक में ट्रंप के उस वादे की परीक्षा होगी, जिसमें उन्होंने यूक्रेन में जारी खूनी युद्ध को खत्म करने की बात कही थी.
नपे-तुले और पहले से तय लग रहे अंदाज में, दोनों नेता अपने-अपने विमानों से उतरे और हवाई पट्टी पर एक-दूसरे से मिले. फिर लाल कालीन पर चलते हुए गार्ड ऑफ ऑनर का अभिवादन किया. इस दौरान ऊपर लड़ाकू विमान चक्कर लगा रहे थे. एक पत्रकार ने पुतिन से ऊंची आवाज में पूछा, "क्या आप नागरिकों की हत्या रोकेंगे?" लेकिन दोनों नेताओं ने कोई जवाब नहीं दिया.
दोनों ने अंग्रेजी में “अलास्का 2025” लिखे पोडियम पर तस्वीर खिंचवाई और फिर पुतिन ट्रंप के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति की लिमोजिन में सवार हो गए.
फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद यह पुतिन का किसी पश्चिमी देश का पहला दौरा है. इस युद्ध में अब तक लाखों लोग मारे जा चुके हैं. हाल के दिनों में रूस को मोर्चे पर कुछ बढ़त मिली है, जो किसी संभावित युद्धविराम वार्ता में पुतिन की स्थिति मजबूत कर सकती है. हालांकि, जब पुतिन अमेरिका के लिए मॉस्को से निकले, उसके बाद यूक्रेन ने कुछ गांवों को वापस लेने का दावा किया.
एयर फोर्स वन में एंकरेज जाते समय ट्रंप ने कहा, “दोनों पक्षों में एक दूसरे के लिए सम्मान है और मुझे लगता है कि इससे कुछ नतीजा निकलेगा.” उन्होंने जोर देकर कहा कि वह पुतिन के साथ सख्ती से पेश आएंगे. 2018 के हेलसिंकी सम्मेलन में पुतिन के सामने नरम दिखने के आरोप के बाद ट्रंप पर कड़ी आलोचना हुई थी. वाइट हाउस ने शुक्रवार को अचानक ऐलान किया कि ट्रंप पुतिन से मिलने अकेले नहीं जाएंगे और अब उनके साथ विदेश मंत्री मार्को रुबियो और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ भी होंगे.
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस इस बैठक के नतीजों को लेकर कोई पूर्वानुमान नहीं लगाएगा. उन्होंने अलास्का पहुंचने के बाद रूसी टीवी से कहा, “हम कभी पहले से भविष्यवाणी नहीं करते.” अलास्का पहुंचने के दौरान उन्होंने जो टीशर्ट पहनी थी, उस पर सिरिलिक लिपि में “यूएसएसआर” लिखा था.
एंकरेज पहुंचे ट्रंप और पुतिन
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बहुप्रतीक्षित बातचीत के लिए अलास्का के एंकरेज शहर पहुंच गए हैं.
दोनों ने बैठक से पहले हाथ मिलाया. व्लादिमीर पुतिन के साथ रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और विदेश नीति सहयोगी यूरो यूश्कोव मौजूद रहेंगे. रूसी न्यूज एजेंसी तास के मुताबिक यह जानकारी रूसी प्रवक्ता दिमित्री पेश्कोव ने दी.
शुक्रवार 15 अगस्त को दोनों नेता अपने-अपने विमानों से उतरे और लाल कालीन पर चलते हुए एक-दूसरे तक पहुंचे. वहां उन्होंने काफी देर तक हाथ मिलाते हुए एक-दूसरे का अभिवादन किया और तस्वीरें खिंचवाईं. हवाई पट्टी पर मौजूद पत्रकारों ने कई सवाल पूछे, लेकिन ट्रंप और पुतिन दोनों ने कोई जवाब नहीं दिया. यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद दोनों नेताओं की यह पहली बैठक है, जिसके युद्ध पर केंद्रित रहने की संभावना है.
चीन में शुरू हुए दुनिया के पहले 'ह्यूमनॉइड रोबोट गेम्स'
चीनी राजधानी बीजिंग में दुनिया के पहले ह्यूमनॉइड रोबोट गेम्स की शुरुआत हो चुकी है. तीन दिन तक चलने वाली यह प्रतियोगिता 14 अगस्त की शाम को शुरू हुई. इस आयोजन में 16 देशों की 280 टीमों के 500 से अधिक ह्यूमनॉइड रोबोट 26 अलग-अलग इवेंट्स में हिस्सा ले रहे हैं. इन प्रतियोगिताओं में फुटबॉल, मुक्केबाजी, दवाएं छांटना और साफ-सफाई जैसे कई काम शामिल हैं.
जर्मनी की रोबोट्स फुटबॉल टीम के सदस्य माक्स पोल्टर ने रॉयटर्स को बताया, "हम यहां खेलने और जीतने आए हैं, लेकिन हम रिसर्च में भी रुचि रखते हैं." ये गेम्स बीजिंग के नेशनल स्पीड स्केटिंग ओवल में हो रहे हैं, जिसे 2022 के शीतकालीन ओलंपिक के लिए बनाया गया था. इन खेलों के टिकट की कीमत 180 युआन से लेकर 580 युआन (यानी लगभग 2,000 रुपये से लेकर 7,000 रुपये) तक है.
पाकिस्तान में भारी बारिश से कम से कम 50 लोगों की मौत
पाकिस्तान में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक बाढ़ आने से पिछले 24 घंटों में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई है. आपदा अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. इन मौतों में से अधिकांश, यानी 43 मौतें, पहाड़ी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में दर्ज की गई हैं. पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में भी सात और लोगों की मौत हुई है.
खैबर पख्तूनख्वा की आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि उत्तर-पश्चिमी बाजौर जिले में बादल फटने से कई घर बह गए, जिसमें 18 लोग मारे गए और कई अन्य फंसे हुए हैं. मौसम विभाग ने भी उत्तर-पश्चिम के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है और लोगों से अनावश्यक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में जाने से बचने का आग्रह किया है.
मानसूनी बारिश से पाकिस्तान में अब तक 320 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें से लगभग आधे बच्चे हैं. अधिकांश मौतें घर ढहने, अचानक आई बाढ़ और बिजली के झटके लगने के कारण हुईं.
बिहार में परीक्षा शुल्क अब सिर्फ ₹100
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को घोषणा की कि राज्य में सभी प्रारंभिक प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए शुल्क 100 रुपये निर्धारित कर दिया गया है और मुख्य परीक्षा के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. यह फैसला ऐसे समय में घोषित किया गया है जब राज्य में विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही महीने बचे हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि इस कदम से युवाओं के लिए अधिक अवसर पैदा होंगे. उन्होंने एक्स पर लिखा, "राज्य में अधिक से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार मिले, ये शुरू से ही हमारी प्राथमिकता रही है. राज्य सरकार की इस पहल से युवा और प्रोत्साहित होकर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे."
जर्मन रेलवे प्रमुख को पद से हटाया गया
जर्मनी की सरकारी रेलवे कंपनी, डॉयचे बान (डीबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिचर्ड लुत्स को गुरुवार को उनके पद से हटा दिया गया. यह फैसला तब आया जब रेलवे आर्थिक, बुनियादी ढांचे और समय की पाबंदी के संकटों से जूझ रही है. लुत्स का कार्यकाल 2027 तक था, लेकिन इसे समय से पहले ही समाप्त कर दिया गया है.
लुत्स ने 2017 में डीबी के प्रमुख का पद संभाला था, लेकिन उनके नेतृत्व में कंपनी की प्रतिष्ठा को काफी नुकसान हुआ. एक समय अपनी विश्वसनीयता के लिए जानी जाने वाली डीबी की लंबी दूरी की ट्रेनों की समय पर आने की दर 2017 में 78.5% से गिरकर पिछले साल केवल 62.5% रह गई. इस वजह से, एक-तिहाई से ज्यादा ट्रेनें देर से आईं, जिसके लिए डीबी को मुआवजे में लगभग 20 करोड़ यूरो देने पड़े. जर्मनी में उन ट्रेनों को लेट माना जाता है जो निर्धारित समय के छह मिनट बाद स्टेशन पर पहुंचती हैं.
जर्मनी के परिवहन मंत्री ने लुत्स को कठिन समय में उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि जब तक नए उत्तराधिकारी की नियुक्ति नहीं हो जाती, तब तक लुत्स कार्यवाहक के रूप में काम करते रहेंगे. वहीं, जर्मनी के ट्रेन ड्राइवर्स यूनियन ने लुत्स की बर्खास्तगी का स्वागत करते हुए इसे कई सालों के कुप्रबंधन का नतीजा बताया.
10 साल की शतरंज खिलाड़ी बोधना शिवानंदन ने ग्रैंडमास्टर को हराया
लंदन की 10 वर्षीय भारतीय मूल की शतरंज खिलाड़ी बोधना शिवानंदन ने एक ग्रैंडमास्टर को हराकर इतिहास रच दिया है. बोधना सबसे कम उम्र की महिला खिलाड़ी बन गई हैं, जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने इस साल लिवरपूल में ब्रिटिश शतरंज चैंपियनशिप के फाइनल राउंड के दौरान 60 वर्षीय ग्रैंडमास्टर पीटर वेल्स को हराया.
अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) के अनुसार, शिवानंदन ने अमेरिका की कैरिसा यिप का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. फिडे ने एक्स पर किए पोस्ट में कहा, "ब्रिटिश सनसनी बोधना शिवानंदन ने ग्रैंडमास्टर को हराकर सबसे कम उम्र की महिला शतरंज खिलाड़ी बनकर इतिहास रच दिया है. दस साल, पांच महीने और तीन दिन की बोधना ने अमेरिकी कैरिसा यिप (10 साल, 11 महीने और 20 दिन) के 2019 में बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ दिया है."
इस जीत के बाद, शिवानंदन ने एक नया खिताब, वुमन इंटरनेशनल मास्टर हासिल किया है, जो विशेष रूप से महिलाओं को दिया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा खिताब है. यह खिताब वुमन ग्रैंडमास्टर के बाद आता है.
पीएम मोदी ने आरएसएस को बताया 'दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में, उसे दुनिया का सबसे बड़ा गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) बताया और राष्ट्र निर्माण में उसके योगदान की सराहना की. मोदी ने कहा, "100 साल पहले एक संगठन का जन्म हुआ था - आरएसएस. राष्ट्रीय सेवा के उसके 100 साल एक बहुत ही गर्व और गौरवशाली अध्याय रहा है." उन्होंने आगे कहा कि आरएसएस के स्वयंसेवकों ने व्यक्ति निर्माण और राष्ट्र निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए अपना जीवन समर्पित किया है.
एनडीटीवी की खबर के अनुसार, आरएसएस अपनी स्थापना के 100 साल पूरे होने पर 26 अगस्त से बड़े स्तर पर समारोह आयोजित करने की योजना बना रहा है. इसका मुख्य कार्यक्रम, जिसका नाम '100 इयर्स ऑफ संघ यात्रा - न्यू होराइजन्स' है, 26 से 28 अगस्त तक दिल्ली के विज्ञान भवन में होगा. आरएसएस ने देश भर में एक बड़े जनसंपर्क कार्यक्रम की भी योजना बनाई है, जिसमें हिंदू सम्मेलन शामिल हैं.
जम्मू-कश्मीर: किश्तवाड़ में बादल फटने से अब तक 60 की मौत
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में 14 अगस्त को बादल फटने से अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है. रिपोर्टों के मुताबिक अचानक आई बाढ़ के बाद अब भी दर्जनों लोग लापता हैं. किश्तवाड़ के चिशोती में यह हादसा उस समय हुआ जब श्रद्धालु मचैल माता की यात्रा के लिए जमा हुए थे.
भारत में बादल फटने की यह दूसरी सबसे बड़ी घटना है. अधिकारियों ने बताया कि चिशोती गांव में एक बड़ा अस्थायी रसोईघर पूरी तरह से बह गया. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अचानक आई बाढ़ के कारण 100 से ज्यादा तीर्थयात्री बह गए.
आपदा प्रबंधन के एक आला अधिकारी मोहम्मद इरशाद ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि रात में बचाव कार्य रोके जाने से पहले घटनास्थल से 56 शव बरामद किए गए. इरशाद ने बताया कि 80 लोग लापता बताए गए हैं और 300 लोगों को बचा लिया गया है, जिनमें से 50 गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें पास के अस्पतालों में भेज दिया गया है.
पुतिन के पास यूक्रेन युद्ध समाप्त करने का मौका: मैर्त्स
जर्मनी के चांसलर फ्रीडरिष मैर्त्स ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास यूक्रेन में जारी युद्ध समाप्त करने का एक अवसर है. यह अवसर उन्हें अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से होने वाली मुलाकात में मिलेगा. हालांकि, मैर्त्स ने यह भी साफ कर दिया है कि शांति समझौता यूक्रेन की भागीदारी के बिना नहीं हो सकता.
मैर्त्स ने सोशल मीडिया पर कहा कि लक्ष्य एक ऐसा शिखर सम्मेलन होना चाहिए जिसमें यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की भी शामिल हों और जहां युद्धविराम पर सहमति बन सके. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी बातचीत शुरू करने के लिए युद्धविराम पहला कदम होना चाहिए. मैर्त्स के अनुसार, ट्रंप अब शांति की दिशा में "एक बड़ा कदम" उठा सकते हैं, क्योंकि मास्को द्वारा यूक्रेन पर हमला किए तीन साल से ज्यादा हो चुके हैं.
मैर्त्स ट्रंप-पुतिन शिखर सम्मेलन से पहले एक एकजुट यूरोपीय मोर्चा बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने यूरोपीय नेताओं और जेलेंस्की के साथ वर्चुअल बैठकें की हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ट्रंप और पुतिन के बीच होने वाली बातचीत में यूक्रेन के हितों से कोई समझौता न हो.
यूनेस्को ने अफगान महिलाओं के लिए शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने का आग्रह किया
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की सांस्कृतिक और शैक्षिक एजेंसी यूनेस्को ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तालिबान पर दबाव डालने की बात कही ताकि अफगानिस्तान में महिलाओं की शिक्षा बहाल हो सके. तालिबान के सत्ता में आने के चार साल बाद भी, वहां लड़कियों और महिलाओं को शिक्षा से वंचित रखा जा रहा है.
यूनेस्को की महानिदेशक ऑड्रे अजोले ने कहा कि कुछ लोग तालिबान के साथ संबंधों को सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगान महिलाओं के शिक्षा के अधिकार की पूर्ण और बिना शर्त बहाली के लिए पहले से कहीं अधिक एकजुट रहना चाहिए. उन्होंने बताया कि अगस्त 2021 में सत्ता में आने के बाद से, तालिबान ने लड़कियों और महिलाओं के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले 70 से अधिक फरमान जारी किए हैं, खासकर शिक्षा के क्षेत्र में.
अजोले ने दुख जताते हुए कहा कि आज अफगानिस्तान दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां लड़कियों और महिलाओं के लिए माध्यमिक और उच्च शिक्षा पर कड़ा प्रतिबंध है. यूनेस्को के अनुसार, तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से लगभग 20 लाख लड़कियों को शिक्षा के अधिकार से वंचित कर दिया गया है.
अजोले ने चेतावनी दी कि पिछले 20 वर्षों में यूनेस्को के समर्थन से साक्षरता और स्कूल में उपस्थिति में हुई महत्वपूर्ण प्रगति के बावजूद, अफगान महिलाओं की एक पूरी पीढ़ी खतरे में है. पिछले साल दिसंबर में, तालिबान शासन ने महिलाओं को चिकित्सा के क्षेत्र में प्रशिक्षण लेने से भी रोक दिया था.
भारत पर लगे टैरिफ ने पुतिन को बातचीत के लिए राजी किया: ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का कहना है कि भारत पर लगाए गए नए टैरिफ ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को उनसे मिलने के लिए प्रभावित किया होगा. ट्रंप के अनुसार, भारत पर लगे ये शुल्क प्रभावी रूप से उसे रूस से तेल खरीदने से रोक रहे हैं, जिससे रूस का एक महत्वपूर्ण ग्राहक छिन गया है.
ट्रंप ने फॉक्स न्यूज रेडियो को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "निश्चित रूप से, जब आप अपना दूसरा सबसे बड़ा ग्राहक खो देते हैं और शायद अपना सबसे बड़ा ग्राहक भी खोने वाले हैं, तो मुझे लगता है कि इसका एक रोल होता है." ट्रंप ने इस महीने की शुरुआत में भारत पर 50% तक का टैरिफ लगाया था, जो रूस से तेल खरीदने के भारत के फैसले के जवाब में था.
ट्रंप ने अपनी बातचीत में जोर दिया कि उनकी मुख्य रुचि यूक्रेन में तत्काल शांति समझौते में है. उन्होंने कहा कि अगर अलास्का में पुतिन के साथ उनकी बैठक सफल होती है, तो वह तुरंत यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को बुलाकर एक दूसरा शिखर सम्मेलन आयोजित करेंगे. ट्रंप ने इस पूरी प्रक्रिया को "शतरंज का खेल" बताया और कहा कि उन्होंने इस साल छह युद्धों को रुकवाया है.
पीएम मोदी बोले, आत्मसम्मान की सबसे बड़ी कसौटी है आत्मनिर्भरता
स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में आत्मनिर्भरता पर खासा जोर दिया. उन्होंने कहा, “एक राष्ट्र के लिए आत्मसम्मान की सबसे बड़ी कसौटी आज भी उसकी आत्मनिर्भरता है…जो (देश) दूसरों पर ज्यादा निर्भर रहता है, उसकी आजादी पर उतना ही बड़ा प्रश्नचिन्ह लग जाता है.”
उन्होंने आगे कहा कि दुर्भाग्य तो तब होता है, जब निर्भरता की आदत लग जाए. उन्होंने कहा, “आत्मनिर्भरता का नाता हमारे सामर्थ्य से जुड़ा हुआ है, जब आत्मनिर्भरता खत्म होने लगती है तो सामर्थ्य भी लगातार कमजोर होता जाता है.” उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बने बिना शक्ति और सम्मान टिक नहीं सकते, इसलिए हमारे सामर्थ्य को बनाए रखने और बढ़ाने के लिए आत्मनिर्भर होना अनिवार्य है
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में आत्मनिर्भरता की भूमिका पर भी बात की. उन्होंने कहा कि हमने ऑपरेशन सिंदूर में मेड इन इंडिया का कमाल देखा है. उन्होंने कहा, “सोचिए अगर हम आत्मनिर्भर ना होते तो क्या ऑपरेशन सिंदूर इतनी गति से कर पाते. पता नहीं कौन आपूर्ति देगा, नहीं देगा, साजो-सामान मिलेगा या नहीं मिलेगा, इसी की चिंता बनी रहती.”