पानी और खून साथ नहीं बह सकते: पीएम मोदी
१५ अगस्त २०२५प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को लाल किले से लगातार दूसरे सबसे लंबे समय तक स्वतंत्रता दिवस का भाषण देने वाले प्रधानमंत्री बन गए, उन्होंने लगातार 12वीं बार भाषण दिया और इंदिरा गांधी के 11 भाषणों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया. मोदी का भाषण पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर, मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर, जीएसटी में सुधार, नए रोजगार और मिशन सुदर्शन चक्र समेत आत्मनिर्भरता के इर्द-गिर्द रहा.
पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों पर हुए हमले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "सीमा पार से आए आतंकियों ने निर्दोष लोगों का कत्लेआम किया था. धर्म पूछकर लोगों की हत्या की गई, पति को पत्नी के सामने और पिता को बच्चों के सामने गोली मार दी गई." उन्होंने कहा, "इस घटना से पूरा देश आक्रोशित था और दुनिया भी हैरान रह गई थी. ‘ऑपरेशन सिंदूर' इसी आक्रोश का नतीजा था."
मोदी ने अपने संबोधन में भारतीय सेना की सैन्य कार्रवाई के बारे में भी बताया. मोदी ने कहा, "पहलगाम हमले के बाद सेना को पूरी छूट दी गई थी कि रणनीति, लक्ष्य और समय खुद तय करें. इसके बाद सेना ने ऐसा ऑपरेशन किया, जो दशकों में कभी नहीं हुआ. पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि वहां से रोज नई-नई जानकारियां आ रही हैं और पाकिस्तान की नींद अभी भी उड़ी हुई है.
"परमाणु ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं"
प्रधानमंत्री मोदी ने दोहराया कि भारत अब परमाणु ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि "आतंकवाद, आतंकियों को पनाह देने वालों और उन्हें समर्थन देने वालों में कोई अंतर नहीं है. ये सभी मानवता के दुश्मन हैं और भारत ने ‘न्यू नॉर्मल' स्थापित किया है, जिसमें आतंक का जवाब सख्ती से दिया जाएगा."
दरअसल, हाल ही में पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कथित तौर पर परमाणु युद्ध की धमकी दी थी. इसके बाद भारत ने भी कड़ा एतराज जताते हुए कहा था कि इस तरह परमाणु हथियार लहराना पाकिस्तान की आदत है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय मुनीर के "बयान में निहित लापरवाही" को लेकर अपने नतीजे खुद निकाल सकता है."
सिंधु जल समझौते पर बोलते हुए मोदी ने कहा, "भारत ने तय किया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे." सिंधु जल समझौते को उन्होंने एकतरफा और अन्यायपूर्ण बताया, जिससे सात दशकों से देश के किसानों को भारी नुकसान हुआ है. मोदी ने कहा, "भारत से निकलने वाली नदियों के पानी पर सिर्फ भारत के किसानों का हक है."
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मोदी के कुछ बड़े एलान
नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम कर रहा है. उन्होंने कहा, "देश को हमारे अंतरिक्ष क्षेत्र पर गर्व है. ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष स्टेशन से वापस आ गए हैं...आने वाले दिनों में वह भारत लौट आएंगे." उन्होंने बताया कि भारत अपना स्पेस स्टेशन बनाने की दिशा में है और गगनयान के प्रक्षेपण की तैयारी कर रहा है.
जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) को लेकर मोदी ने कहा है कि इस बार दीवाली पर लोगों को बड़ा तोहफा मिलने वाला है. उन्होंने कहा कि आम घरेलू सामान पर जीएसटी में बड़ी कटौती की जाएगी. मोदी ने कहा, "इस दीवाली मैं आपके लिए डबल दीवाली मनाने वाला हूं. देशवासियों को एक बड़ा तोहफा मिलेगा, आम घरों में इस्तेमाल होने वाली चीजों पर जीएसटी में भारी कटौती होगी."
जीएसटी को लागू किए जाने के बाद से ही विपक्षी दल इसका विरोध करता रहा है. उसका दावा है कि जीएसटी लागू होने के बाद से छोटे दुकानदार तबाह हो गए हैं. शुक्रवार को मोदी ने कहा कि वह आठ साल से जीएसटी में सुधार करते आ रहे हैं.
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क्या है मिशन "सुदर्शन चक्र"
लाल किले से मोदी ने मिशन "सुदर्शन चक्र" का भी एलान किया. मोदी के मुताबिक, भारत दुश्मनों के किसी भी हमले को नाकाम करने के लिए एक शक्तिशाली हथियार प्रणाली बनाने के लिए मिशन सुदर्शन चक्र शुरू करेगा.
मोदी ने कहा, "अगले दस वर्षों में, 2035 तक मैं इस राष्ट्रीय सुरक्षा कवच का विस्तार, सुदृढ़ीकरण और आधुनिकीकरण करना चाहता हूं. भगवान श्री कृष्ण से प्रेरणा लेते हुए, हमने सुदर्शन चक्र का मार्ग चुना है... भारत सुदर्शन चक्र मिशन शुरू करेगा."
मोदी ने बताया कि अगले 10 सालों के भीतर ये स्वदेशी प्लेटफॉर्म तैयार होगा. पीएम मोदी ने कहा, "ये न केवल सुरक्षा चक्र का काम करेगा बल्कि दुश्मन के हमले नाकाम कर पलटवार भी करेगा."
"मोदी दीवार की तरह खड़ा रहेगा"
भारत ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि वह किसानों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा, क्योंकि भारत अब आत्मनिर्भर बन रहा है. टैरिफ के मुद्दे पर मोदी ने अपने भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का तो नाम नहीं लिया लेकिन आत्मनिर्भरता पर अधिक जोर दिया. मोदी ने भारतीयों से उर्वरकों से लेकर जेट इंजन और ईवी बैटरियों तक, हर चीज का निर्माण करने का आग्रह किया. उन्होंने वॉशिंगटन के साथ व्यापार संघर्ष की स्थिति में किसानों की रक्षा करने का संकल्प लिया.
उन्होंने कहा, "किसान, मछुआरे, पशुपालक हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं." उन्होंने आगे कहा, "मोदी उनके हितों के लिए खतरा बनने वाली किसी भी नीति के खिलाफ दीवार की तरह खड़ा रहेगा. जब हमारे किसानों के हितों की रक्षा की बात आएगी तो भारत कभी समझौता नहीं करेगा." हालांकि, मोदी ने अपने 103 मिनट लंबे भाषण में टैरिफ या अमेरिका का कोई जिक्र नहीं किया.
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पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया था. अमेरिका ने कहा था यह अतिरिक्त टैरिफ रूसी कच्चे तेल की खरीद के लिए भारत पर लगाए जा रहे हैं. भारत पर अब कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो गया है.