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शंघाई एआई सम्मेलन में दिखा चीन का तकनीकी जलवा

विवेक कुमार एएफपी, एपी
२७ जुलाई २०२५

चीन के शंघाई में हुए एआई सम्मेलन में दिखा कि एआई तकनीक के क्षेत्र में देश कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है. 800 कंपनियों के 3,000 से ज्यादा उत्पादों के जरिए चीन ने दिखाया कि एआई तकनीक का इस्तेमाल किस हद तक किया जा सकता है.

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शंघाई में एआई कॉन्फ्रेंस
चीन के शंघाई में हो रही एआई कॉन्फ्रेंस में अनूठे रोबोट दिखाए गएतस्वीर: CFOTO/picture alliance

शंघाई में इस सप्ताहांत आयोजित वर्ल्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कॉन्फ्रेंस में दर्जनों ह्यूमनॉएड रोबोट क्राफ्ट बीयर परोसते, माहजोंग खेलते, बॉक्सिंग पंच मारते और शेल्फ सजाते हुए नजर आए. अलग-अलग तरह के काम करते इन रोबोट्स को देखना ना केवल मनोरंजक था, बल्कि इससे चीन की रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में तेजी से बढ़ती ताकत भी नजर आई.

सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ली चियांग ने कहा कि चीन एक नया अंतरराष्ट्रीय सहयोग संगठन बनाएगा जो एआई गवर्नेंस के नियमों और संतुलन पर काम करेगा. उन्होंने चेतावनी दी कि तकनीकी विकास के फायदों को जोखिमों के साथ संतुलित करना जरूरी है.

हालांकि एक्सपो के विशाल हॉल में माहौल चिंतित नहीं, बल्कि जोशीला था. शंघाई स्थित एआई कंपनी ट्रांसवार्प के शोध निदेशक यांग यीफान ने कहा, "डेटा, मॉडल प्रशिक्षण, एप्लिकेशन और निर्माण, सभी क्षेत्रों में बहुत उत्साह है.”

रोबोट जो नाचते, लड़ते और परोसते हैं

इस बार का सम्मेलन जनवरी 2025 में चीनी स्टार्टअप डीपसीक की बड़ी सफलता के बाद पहला बड़ा सम्मेलन था. डीपसीक ने एक ऐसा एआई मॉडल पेश किया था जो अमेरिका की टॉप कंपनियों के मॉडल्स जितनी ही क्षमता वाला था, लेकिन उसे बनाने की लागत बहुत कम थी.

चीन की डब्ल्यूएआईसी कॉन्फ्रेंस में जाते लोग
चीन के इस मेले में उसकी एआई ताकत नहीं आईतस्वीर: CFOTO/picture alliance

कॉन्फ्रेंस में 800 से ज्यादा कंपनियों ने इस साल अपने 3,000 से अधिक उत्पाद दिखाए. सबसे ज्यादा भीड़ ह्यूमनॉएड रोबोटों के स्टॉल पर थी, जहां एक रोबोट क्वीन के गाने "वी विल रॉक यू” पर ड्रम बजा रहा था. हालांकि वह आधी बीट पीछे था. वहीं अन्य रोबोट मकैनिक जैसी पोशाकों में मैन्युफैक्चरिंग लाइन पर काम करते, कोल्ड ड्रिंक्स परोसते या इंसानों के साथ बातचीत करते दिखे.

यूनिट्री कंपनी के जी1 नामक रोबोट ने रिंग में बखूबी पंच मारे और बैलेंस बनाए रखा. कंपनी ने जल्द ही एक फुल-साइज़ ह्यूमनॉएड आर1 को 6,000 डॉलर से कम कीमत में लॉन्च करने की घोषणा की है.

डिजिटल इंसानों की दुनिया

हार्डवेयर के बिना भी एआई का जादू कम नहीं रहा. एक्सपो में "डिजिटल ह्यूमन” तकनीक ने लोगों का ध्यान  खींचा. स्क्रीन पर पुरुष व्यापारी, प्राचीन योद्धा और चमकदार कपड़ों जैसे रूपों में डिजिटल ह्यूमन दर्शकों से पूछ रहे थे, "आपका दिन कैसा रहा?”

बायडू ने अपने "डिजिटल ह्यूमन” का नया वर्जन लॉन्च किया, जो सोचने, निर्णय लेने और सहयोग करने में सक्षम हैं. कंपनी ने हाल ही में एक 6 घंटे का ई-कॉमर्स लाइवस्ट्रीम कराया जिसमें एक मशहूर लाइव स्ट्रीमर के एआई अवतार ने उससे ज्यादा बिक्री की.

बायडू के विभाग प्रमुख वू चेनश्या ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि 10,000 से अधिक बिजनेस पहले ही इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं.

जहां एक ओर इस तकनीक की ताकत को लेकर उत्साह है, वहीं नौकरियों पर इसके असर को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं. वू का कहना है, "एआई एक जरिया है, जिसका मकसद गुणवत्ता सुधारना और समय बचाना है. इसे अभी भी इंसानी मदद की जरूरत है.”

सम्मेलन में घूम रहे ज्यादातर दर्शक अनूठे काम करते इन रोबोटों को देखकर सिर्फ रोमांचित थे. किसी को भी यह नहीं लग रहा था कि यह तकनीक किसी गंभीर खतरे की चेतावनी है.

ट्रांसवार्प के यांग का मानना है, "चीन के पास डेटा का मजबूत आधार है, और प्रयोगों के लिए अवसर भी भरपूर हैं.” शायद यही वजह है कि चीन की एआई महत्वाकांक्षा को कोई रोक नहीं पा रहा.

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