आज कैसा है ‘तबाही का इलाका’ गाजा
डॉनल्ड ट्रंप ने कहा है कि गाजा एक ‘तबाही का इलाका’ है, जिसे दोबारा बनाया जाना चाहिए. इसलिए उन्होंने गाजा पर कब्जा करने और वहां रह रहे लोगों को कहीं और भेजने का प्रस्ताव दिया. देखिए, कैसा है गाजा:
गाजा पट्टी, युद्धविराम के बाद
ड्रोन से ली गई इस तस्वीर में इस्राएल और हमास के बीच युद्धविराम के बाद जबालिया (उत्तरी गाजा पट्टी) में घर और इमारतें खंडहर में तब्दील नजर आ रही हैं.
राफा में मलबा
गाजा पट्टी के दक्षिणी शहर राफा में इस्राएली हमले के दौरान नष्ट हुई इमारतों के मलबे के बीच से गुजरते फलीस्तीनी नागरिक. युद्ध विराम के बाद बहुत से लोग अपने घरों को लौटे.
गाजा सिटी में तबाही
गाजा सिटी में युद्धविराम के दौरान नष्ट हुई इमारतों के मलबे के बीच को देखते फलीस्तीनी लोग. इस्राएल और हमास ने 19 जनवरी 2025 को बंधकों की रिहाई और युद्धविराम के पहले चरण को लागू किया था.
राफा के अली फसाइफेस
राफा (दक्षिणी गाजा) के निवासी अली फसाइफेस अपने बर्बाद हो चुके घर के खंडहरों में खड़े दिख रहे हैं. फलीस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के जवाब में इस्राएल के सैन्य अभियान के बाद से गाजा पट्टी में 46,000 से अधिक फलीस्तीनी मारे गए हैं. इस्राएल पर उस हमले में करीब 1,200 इस्राएली मारे गए थे और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था.
मलबे के बीच आराम
इस्राएली हमले में नष्ट हुई इमारतों के मलबे के बीच बैठा एक फलीस्तीनी नागरिक. यह तस्वीर इस्राएल और हमास के बीच युद्धविराम के दौरान राफा (दक्षिणी गाजा पट्टी) में ली गई है.
बंधकों की रिहाई
7 अक्टूबर 2023 के हमास के हमले के दौरान बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई के दिन, खान युनिस (दक्षिणी गाजा पट्टी) में क्षतिग्रस्त इमारत के ऊपर खड़े लोग. यह रिहाई इस्राएल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते के तहत हुई.
हमास ने रेड क्रॉस को बंधक सौंपे
ड्रोन से ली गई इस तस्वीर में गाजा सिटी में इकट्ठा हुए लोग नजर आ रहे हैं, जहां हमास के लड़ाके 7 अक्टूबर 2023 के हमले में बंधक बनाए गए लोगों को रेड क्रॉस को सौंपने की तैयारी कर रहे हैं. यह रिहाई युद्धविराम और कैदियों की अदला-बदली पर समझौते के तहत हुआ.
जारी है जिंदगी
गाजा सिटी में बिजली कटौती के दौरान नष्ट हो चुकी इमारत के पास फलाफल बेचते फलीस्तीनी नागरिक. लाखों लोग अपने घरों को लौट आए हैं लेकिन अभी गाजा को दोबारा बनाने में कई साल लगेंगे.