हीटवेव से बचने के लिए अनोखे उपाय अपना रहे गर्म देश
गर्म देशों में हीटवेव को मात देने के लिए कई तरह के उपाय अपनाए जा रहे हैं. कहीं इमारतों की छतों पर खास शेड लगाए जा रहे हैं तो कहीं यूवी किरणों से बचाव के लिए खास तरह के छाते का इस्तेमाल किया जा रहा है.
अबू धाबी की छायादार इमारत
अबू धाबी की 26-मंजिला इमारत अल-बहर टावर्स में दुनिया का सबसे बड़ा और खुद खुलने और बंद होने वाले छायादार शेड लगाए गए हैं. ये सब सूरज की दिशा के अनुसार स्वयं खुलते और बंद होते हैं, जिससे इमारत के अलग-अलग हिस्सों में आवश्यकतानुसार छाया मिलती है.
दक्षिण कोरिया की सड़कों पर बर्फ की सिल्लियां
हीटवेव से परेशान होकर दक्षिण कोरिया ने 20 प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों पर लगभग 3.9 फीट ऊंची बड़ी-बड़ी बर्फ की सिल्लियां लगाई. तेज धूप और बढ़ती गर्मी से राहत दिलाने के लिए वहां ठंडी हवा के कृत्रिम झोंके भी छोड़े गए, ताकि पर्यटकों को कुछ समय के लिए ठंडक और सुकून मिल सके.
गर्मी से बचाव के लिए बनाई जा रही ठंडी सड़कें
गर्मी के दौरान तेज धूप से और अधिक तपने वाली कंक्रीट की सड़कों पर अब ठंडी परत बिछाई जा रही है, जो सूरज की किरणों को परावर्तित कर सड़कों को ठंडा बनाए रखने में मदद करती है. अमेरिका के एरिजोना राज्य के फीनिक्स शहर में भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए इस तरह के ही उपाय अपनाए जा रहे हैं.
जापान का खास छाता
जैसे-जैसे गर्मी और हीटवेव से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ रही है, जापान सूरज की तेज धूप से बचाव के लिए तरह-तरह के उपाय अपना रहा है. जिसमें छाते अब सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक बन गए हैं. लेकिन यह साधारण छाते नहीं हैं. यह विशेष छाते 99 फीसदी तक हानिकारक यूवी किरणों से सुरक्षा करते हैं.
मिस्र में मजदूरी करने वालों के लिए ठंडी मदद
मिस्र के वास्तुकारों ने बढ़ती गर्मी से निपटने के लिए एक टिकाऊ और पारंपरिक समाधान तैयार किया है जो सस्ता और प्रभावी है. मिस्र के पश्चिमी रेगिस्तान में स्थित बहरया ओएसिस में बनाई गई यह खास इमारत उस समाधान का बेहतरीन उदाहरण है. इस घर की डिजाइन ऐसी है कि यह प्राकृतिक रूप से ठंडक बनाए रखता है और महंगे एयर कंडीशनर की जरूरत ही नहीं पड़ती है.
भारत के रेगिस्तान की ठंडी इमारतें
राजस्थान के तपते थार मरुस्थल में बना राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल अपने अनोखे आर्किटेक्चर और पीले सैंडस्टोन से गर्मी में भी ठंडा रहता है. अंदरूनी दीवारों पर चूने का प्लास्टर किया गया है, जो तापमान को 20 फीसदी तक कम रखने में मदद करता है. जैसे एक छात्र ने इस बारे में बताया, “ऐसा लगता है जैसे एसी की हवा हो!”
वियना की दीवारों पर हरियाली
वियना में “50 ग्रीन हाउसेज” प्रोजेक्ट के तहत इमारतों की बाहरी दीवारों और छतों पर हरियाली विकसित की जा रही है, ताकि वे गर्म दिनों में एक छोटे माइक्रो-क्लाइमेट की तरह काम करें. जिससे न सिर्फ इमारतों का तापमान कम रहेगा, बल्कि पौधे कार्बन डाइऑक्साइड सोख कर हवा की गुणवत्ता भी बेहतर बनाएंगे. यह पहल गर्मी से राहत देने के साथ-साथ पर्यावरण को भी फायदा पहुंचा रही है.
सूरज की किरणों को परावर्तित करने वाली सफेद छतें
गुजरात के अहमदाबाद में एक निवासी अपनी छत पर विशेष सफेद पेंट लगाते नजर आ रहे हैं. यह पेंट खास रिफ्लेक्टिव पेंट है जो सूरज की किरणों को परावर्तित करता है. इसके इस्तेमाल से घर का तापमान 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक घटाया जा सकता है.