घायल हमिंगबर्ड्स के लिए बेडरूम बना अस्पताल
मेक्सिको सिटी में 75 साल की कातिया लातौफ ने अपने बेडरूम को एक असाधारण अभयारण्य में बदल दिया है, जो हर साल सैकड़ों बीमार और घायल हमिंगबर्ड्स को नई जिंदगी दे रहा है.
हमिंगबर्ड्स का खास अस्पताल
मेक्सिको सिटी में कातिया लातौफ ने बीमार और घायल हमिंगबर्ड्स का इलाज करने के लिए खास इंतजाम किए हैं. उनका बेडरूम ही इन घायल पक्षियों का ठिकाना है.
बड़े प्यार से
कातिया लातौफ हर एक हमिंगबर्ड का बहुत खास ख्याल रखती हैं. वे घायल पक्षियों की देखभाल करती हैं और उन्हें खाना खिलाती हैं.
हमिंगबर्ड्स की देखभाल ही क्यों
लातौफ के पति की 2009 में मौत हो गई थी, उसके बाद उन्हें कैंसर हो गया. अपनी बीमारी और अकेलापन को दूर करने के लिए उन्होंने इन चिड़ियों की देखभाल करना शुरू किया.
इलाज और खाना
जब इन घायल पक्षियों को इनके अपार्टमेंट में लाया जाता है तो वे सबसे पहले इनका इलाज करती हैं और खाना खिलाती हैं. ठीक होने के बाद उन्हें वहां से जाने दिया जाता है.
हर साल 300 हमिंगबर्ड्स का इलाज
लातौफ ने 2012 में अपना खुद का अभयारण्य खोलने का फैसला किया और अब वह हर साल 200 से 300 हमिंगबर्ड्स को इलाज के बाद खुले आसमान में छोड़ती हैं.
अब मशहूर हो गया पक्षियों का अस्पताल
ओजेदा नाम की इस महिला ने सड़क पर एक घायल हमिंगबर्ड को पाया और फिर उसे इस खास अस्पताल में ले लाई.
हमिंगबर्ड्स के लिए पूरे इंतजाम
इस अनोखे अस्पताल में हर एक बीमार हमिंगबर्ड का खास ख्याल रखा जाता है.