जर्मनी में क्या हैं बंदूक रखने के नियम
१६ दिसम्बर २०२२जर्मनी में हथियार अधिनियम के मुताबिक यदि आप कोई हथियार या बंदूक खरीदना चाहते हैं या अपने पास रखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको वाफेनबेस्टित्सकार्ते (Waffenbesitzkarte) नाम के एक विशेष कार्ड की जरूरत पड़ेगी. और यदि हथियार या गोली से भरी बंदूक लेकर चलते हैं तो इसके लिए वाफेनशाइन (Waffenschein) नाम के एक विशेष लाइसेंस की जरूरत होगी. इसका मतलब हथियारों का संग्रह करने वालों यानी खरीद बिक्री करने वालों को सिर्फ वाफेनबेस्टित्सकार्ते की जरूरत होगी. शिकार करने वालों को हथियार का लाइसेंस तब तक नहीं मिल सकता जब तक कि उनके पास शिकार करने का लाइसेंस यानी याग्ड्शाइन नहीं है और इस मकसद से खरीदी गई बंदूक का उपयोग वे सिर्फ शिकार के लिए ही कर सकते हैं.
हथियार रखने संबंधी कार्ड होने का मतलब यह है कि इसके होने से बंदूक मालिक अपनी बंदूक को एक जगह से दूसरी जगह तक सिर्फ पहुंचा सकता है, उसे साथ लेकर चल नहीं सकता. यानी बंदूक को किसी बंद चीज में रखकर ही सार्वजनिक जगह पर चल सकते हैं.
बंदूक रखने के लिए लाइसेंस यानी वाफेनशाइन केवल दुर्लभ मामलों में ही मिलता है. खासकर तब जबकि आवेदनकर्ता यह सिद्ध कर सके कि उसे आम लोगों की तुलना में कहीं ज्यादा खतरा है और बंदूक रखने की वजह से वह सुरक्षित रह सकता है. जर्मन कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो यह स्पष्ट कर सके कि बंदूक को अनिवार्य रूप से बंद डिब्बे में रखना है या फिर सार्वजनिक जगह पर उसमें गोली भरी जा सकती है या नहीं.
इसके अलावा छोटी बंदूकों के लिए क्लाइनेर वाफेनशाइन नाम का एक अलग सर्टिफिकेट जारी किया जाता है जिसे प्राप्त करना आसान होता है और कम क्षमता वाले हथियारों को रखने के लिए यह सर्टिफिकेट अनिवार्य होता है. इनमें छोटी पिस्टल, बंदूकें या ऐसे हथियार जिनकी वजह से सिर्फ जलन सी होती है, कोई और खतरा नहीं होता है. कम क्षमता की एअर गन (7.5 जूल से कम) भी इसी नियम के तहत आती हैं.
इन प्रमाणपत्रों की कीमत करीब पांच सौ यूरो बैठती है जिसमें जरूरी बीमा प्रीमियम भी शामिल होता है.
जर्मनी में किस तरह की बंदूकें रखने की कानून अनुमति देता है
जर्मन कानून के तहत हथियार और युद्ध हथियार के बीच एक स्पष्ट अंतर है. युद्ध हथियारों की सूची वेपंस कंट्रोल एक्ट के तहत स्पष्ट की गई है.
किसी भी तरह का युद्ध हथियार रखना या इस्तेमाल करना जर्मनी में गैर कानूनी है. इनमें पूरी तरह से स्वचालित राइफल्स, मशीन गन्स या फिर ऐसे हथियारों में काम आने वाली चीजें शामिल हैं. हां, द्वितीय विश्व युद्ध या उससे पहले के कुछ सजावटी हथियारों को रखने की छूट है. पंप एक्शन से चलने वाली शॉटगन्स भी वेपंस एक्ट के तहत प्रतिबंधित हैं. कुछ, सेमी ऑटोमेटिक हथियारों को भी युद्ध हथियारों के रूप में परिभाषित किया गया है, लेकिन सारे नहीं.
जर्मनी में कौन बंदूक लेकर सकता है
जर्मनी में बंदूक का लाइसेंस लेने वालों को ये शर्तें अनिवार्य रूप से पूरी करनी पड़ती हैं
- कम से कम 18 साल का होना चाहिए
- उसमें आवश्यक "विश्वसनीयता” और "व्यक्तिगत योग्यता” हो
- आवश्यक "विशेष ज्ञान” का प्रदर्शन कर सके
- "जरूरत” बता सके
- व्यक्तिगत क्षति और संपत्ति नुकसान के लिए दस लाख यूरो तक के बीमा की राशि अदा करने लायक हो
आवेदक की ‘विश्वसनीयता' और ‘व्यक्तिगत योग्यता'
बंदूक लाइसेंस के आवेदनों पर कार्रवाई के लिए स्थानीय प्रशासन जिम्मेदार होते हैं और इसीलिए विश्वसनीयता, निजी क्षमता और बंदूक की जरूरत जैसे मामलों की पड़ताल भी वही करते हैं. आवेदक के निवास स्थल के आधार पर यह जिम्मेदारी या तो पब्लिक ऑर्डर ऑफिस यानी ऑर्डनुंगजाम्ट के पास होती है या फिर पुलिस के पास.
इसके अलावा, अन्य कानूनी शर्तों के तहत ऐसा व्यक्ति अविश्वसनीय समझा जाएगा या फिर उसमें व्यक्तिगत क्षमता की कमी पाई जाएगी जो...
. पिछले दस साल में किसी अपराध के लिए सजा पाया हो
. उनकी परिस्थितियां की वजह से ऐसा समझा जाए कि वो हथियार का बेतहाशा इस्तेमाल कर सकते हैं
. वे किसी ऐसे संस्थान के सदस्य रहे हैं जो या तो प्रतिबंधित है या फिर असंवैधानिक है
. उन्होंने पिछले पांच साल में कोई ऐसा काम किया हो या फिर उसका समर्थन किया हो जो जर्मनी के विदेशी हितों को नुकसान पहुंचाने वाला हो.
. पिछले पांच साल में एक से ज्यादा बार उन्हें पुलिस कस्टडी में लिया जा चुका हो
. वो मदिरा, ड्रग्स इत्यादि का सेवन करता हो या फिर दिमागी रूप से अस्वस्थ हो.
इसके अलावा, 25 साल से कम उम्र का व्यक्ति पहली बार बंदूक के लाइसेंस के लिए तभी आवेदन कर सकता है जबकि उसके पास किसी सरकारी स्वास्थ्य अधिकारी या मनोवैज्ञानिक की ओर से जारी किया हुआ ‘मानसिक क्षमता' का सर्टिफिकेट हो.
आवेदक ‘विशेष ज्ञान' का प्रदर्शन कैसे करते हैं
बंदूक का लाइसेंस लेने वाले अभ्यर्थी को एक परीक्षा पास करना या फिर प्रशिक्षण लेना अनिवार्य होता है. इसमें राज्य में हथियार रखने से संबंधित कानूनी और तकनीकी जानकारी का परीक्षण करते हैं, मसलन, बंदूकों के बारे में, उन्हें कैसे सुरक्षित तरीके से रखा जाता है और उन्हें बंदूक चलानी आती है या नहीं.
इसके अलावा कुछ अन्य परीक्षणों के माध्यम से उनके विशेष ज्ञान को भी परखा जाता है. इनमें शिकारी लाइसेंस परीक्षा, बंदूक के व्यापार की परीक्षा या तीन साल के लिए बंदूक या हथियारों के व्यापार में पूर्णकालिक रोजगार शामिल हैं.
बंदूक समेत कुछ निश्चित प्रशिक्षण कोर्स के पूर्ण होने पर एक परीक्षा होती है, जिसे विशेष ज्ञान परीक्षण कहा जाता है.
इसके अलावा, मान्यता प्राप्त शूटिंग असोसिएशन भी अपनी तरफ से कुछ परीक्षाएं आयोजित कर सकते हैं.
आवेदक बंदूक की जरूरत का प्रदर्शन कैसे करते हैं
कानून के मुताबिक आवेदकों को बंदूक का लाइसेंस पाने के लिए उसकी जरूरत को साबित करना होगा और साबित करना होगा कि यह उन्हें "निजी या आर्थिक हितों के लिए चाहिए और वो शिकारी, निशानेबाज, परंपरागत शिकारी, हथियार संग्रह करने वाले, हथियार विशेषज्ञ, हथियार निर्माता या हथियार व्यापारी से अलग हैं.”
जो लोग किसी भी तरह के अपराध को झेल चुके हैं या पीड़ित हैं, वो भी खुद के लिए हथियारों की जरूरत को प्रमाणित कर सकते हैं.
इसके अलावा शूटिंग एसोसिएशन और क्लबों के सदस्य भी बंदूक के लाइसेंस की जरूरत बता सकते हैं लेकिन ऐसा करने से पहले उन्हें अपने क्लबों या खेल एसोसिएशन से यह सर्टिफिकेट लेना होगा कि वे अपनी परंपरा का निर्वहन करने के लिए हथियार लेना चाहते हैं.