किस देश में कितनी आजाद है प्रेस
'रिपोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स' की ग्लोबल रैंकिंग के मुताबिक, प्रेस की आजादी पर संकट गहरा रहा है. पत्रकारों की सुरक्षा, मीडिया के नियंत्रण और वित्तीय मॉडल के आधार पर 'प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2025' की रैकिंग जारी की गई है.
चीन (178)
एक पार्टी शासन वाले चीन में सरकार ही तय करती है कि मीडिया में क्या, किस रूप में दिखाया जाएगा. इसी वजह से चीन इंडेक्स में करीबन धरातल पर है. उसके पीछे सिर्फ उत्तर कोरिया और इरीट्रिया हैं.
भारत (151)
इंडेक्स के मुताबिक, भारत समेत कुछ देशों में मीडिया का मालिकाना हक, कुछ राजनीति हितों के साथ घुला-मिला है. ऐसे में बहुमुखी मीडिया के बजाए कुछ हाथों में केंद्रित मीडिया उभरता है.
अमेरिका
2024 में 11 पायदान पीछे खिसकने वाला अमेरिका 2025 में दो पॉइंट और नीचे लुढ़कते हुए 57वें स्थान पर पहुंच गया.
जर्मनी (11)
2024 में 10वें नंबर पर रहने वाला जर्मनी अब टॉप 10 में नहीं है. दक्षिणपंथी हिंसा के चलते जर्मनी में पत्रकारों के लिए महौल खराब हुआ है. मध्य पूर्व मामलों की रिपोर्टिंग को लेकर भी जर्मनी को आलोचना सुननी पड़ी है.
आयरलैंड (07)
आयरलैंड को पत्रकारों के लिए अच्छे माने जाने वाले टॉप 7 देशों में जगह मिली है. आयरलैंड, 86.92 स्कोर के साथ सातवें स्थान पर है.
डेनमार्क (06)
भ्रष्टाचार के सूचकांक में अच्छा प्रदर्शन करने वाला डेनमार्क 'प्रेस फ्रीडम इंडेक्स' में छठे स्थान पर है. इंडेक्स में 80 से 100 के स्कोर को अच्छा माना जाता है. डेनमार्क को 86.93 अंक मिले हैं.
फिनलैंड (05)
'वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स' का चैंपियन देश, पत्रकारिता को आदर्श किस्म का माहौल देने में 87.13 अंकों के साथ काफी ऊपर है.
स्वीडन (04)
पत्रकारों या मीडिया संस्थानों पर मंडराते खतरे या दबाव को स्वीडन ने भी दूर रखा है. वह चौथे पायदान पर है.
नीदरलैंड्स (03)
पत्रकारों के खिलाफ हिंसा और मीडिया संस्थानों की अन्य मुश्किलों का मूल्यांकन करने वाले इस इंडेक्स में नीदरलैंड्स को 88.64 अंक मिले हैं.
एस्टोनिया (02)
बाल्टिक देश एस्टोनिया भी पत्रकारों के लिए सबसे अच्छे देशों में शामिल है. 13.7 लाख की आबादी वाले देश को 89.46 नंबर मिले हैं.
नॉर्वे (01)
तेल संपदा से समृद्ध नॉर्वे, प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2025 में भी पहले नंबर पर है. नॉर्वे लगातार नौवीं बार पहले स्थान पर है. उसका स्कोर 92.31 है.