'ब्लू घोस्ट' ने ली चांद पर सूर्यास्त की तस्वीरें
अमेरिका की निजी कंपनी फायरफ्लाई एयरोस्पेस के अंतरिक्ष यान 'ब्लू घोस्ट' ने चांद की सतह से सूर्यास्त की तस्वीरें ली हैं. नासा को उम्मीद है कि इस यान की मदद से वो चांद पर देखे गए एक अजीब कोहरे के रहस्य का पता लगा सकेगी.
चांद पर सूर्यास्त हुआ कैमरे में कैद
'ब्लू घोस्ट' ने चांद पर सूर्यास्त की हाई-डेफिनिशन तस्वीरें ली हैं. उसे बनाने वाली कंपनी फायरफ्लाई एयरोस्पेस ने इन तस्वीरों को मंगलवार 18 मार्च को जारी किया. यह पहली निजी कंपनी है जिसका रोबोटिक यान चांद पर सीधा उतरा है.
सूरज, शुक्र और धरती एक फ्रेम में
ब्लू घोस्ट द्वारा ली गई तस्वीरों में सूरज क्षितिज के ठीक ऊपर चमकता हुआ नजर आ रहा है. उसके हेलो पर हल्का हरा रंग नजर आ रहा है. सूरज के ऊपर एक छोटे से बिंदु के रूप में शुक्र ग्रह नजर आ रहा है. फ्रेम के सबसे ऊपर धरती की चमकदार छाया नजर आ रही है, जो लगभग सूरज जितनी ही बड़ी नजर आ रही है.
हरी रोशनी में नहाया सूरज
एक और तस्वीर में हरी रोशनी में नहाया हुआ ढलता सूरज नजर आ रहा है. यह तस्वीर पश्चिम की तरफ मुंह किए हुए कैमरा से ली गई है. इस तस्वीर में लैंडर के सामने मिट्टी पर लैंडर के पीछे स्थित पहाड़ों से रिफ्लेक्ट होकर पड़ती हुई रोशनी भी नजर आ रही है. तस्वीर की बारीकी, चांद की सतह पर रौशनी कैसे बिखरती है, यह जानने में वैज्ञानिकों की मदद कर सकता है.
क्या चांद पर तैरती है धूल?
वैज्ञानिक यह भी जानने की कोशिश करेंगे कि 'होराइजन ग्लो' या 'डस्ट लॉफ्टिंग' नजर आ रही है या नहीं. वैज्ञानिकों का मानना है कि मुमकिन है कि चांद पर धूल के कण सूरज से आ रही अल्ट्रावायलेट रेडिएशन की वजह से आवेशित हो जाते हैं और सतह के ऊपर तैरने लगते हैं.
दशकों पहले देखी गई थी धूल
इसे पहली बार 1960 के दशक में नासा के सर्वेयर मिशनों ने और फिर अपोलो के अंतरिक्ष यात्रियों ने देखा था. नासा के वैज्ञानिक इन तस्वीरों को ब्लू घोस्ट के उपकरणों से मिली रीडिंग्स से मिलाएंगे और मौजूदा सिद्धांतों में सुधार लाने की कोशिश करेंगे.
सो चुका है ब्लू घोस्ट
लगभग दो गैंडों के आकार का ब्लू घोस्ट दो मार्च को मोंस लात्रेल में उतरा था, जो चांद के उत्तर पूर्व में स्थित मेयर क्रिसियम इलाके में एक ज्वालामुखी नुमा फीचर है. इसने 16 मार्च तक काम किया और चांद पर रात की शुरुआत के साथ खुद को बंद कर लिया. (एएफपी)