जर्मनी में मिली भांग के इस्तेमाल की छूट
जर्मनी में मौजमस्ती के लिए भांग का इस्तेमाल वैध कर दिया गया है. जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की सरकार ने इसका वादा किया था. यूरोप का दूसरा देश है जर्मनी जहां भांग के इस्तेमाल को वैध किया गया है.
मौजमस्ती के लिए भांग
स्वास्थ्य मंत्री कार्ल लाउटरबाख ने इससे जुड़े प्रस्तावित नियमों का दस्तावेज पेश किया. इसमें वयस्कों को मौजमस्ती के लिए भांग का इस्तेमाल और नियंत्रित रूप से इसे बेचने की अनुमति का ब्योरा है.
निजी इस्तेमाल को मंजूरी
20 से 30 ग्राम तक भांग रखने या हासिल करने को सरकार ने मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही इसके निजी इस्तेमाल को भी सरकार ने वैध बना दिया है.
दवा के रूप में पहले से ही अनुमति
इससे पहले जर्मनी समेत कई यूरोपीय देशों ने दवा के रूप में इसके सीमित इस्तेमाल को मंजूरी दे दी थी. जर्मनी में 2017 से ही दवा के रूप में भांग का सीमित इस्तेमाल हो रहा है. कुछ देशों ने इसके इस्तेमाल को गैर-आपराधिक घोषित किया है.
भांग उगाने की अनुमति
सरकार के प्रस्ताव के मुताबिक, सीमित मात्रा में भांग उगाने की भी अनुमति दे दी गई है. भांग से जुड़े जो कानूनी मामले अदालतों में चल रहे हैं या फिर जिनकी पुलिस जांच की जा रही है, वो अब बंद या खत्म हो जाएंगे.
भांग के इस्तेमाल पर टैक्स
सरकार भांग के इस्तेमाल पर एक खास टैक्स लगाने के बारे में भी योजना बना रही है, इसके साथ ही भांग से जुड़ी जानकारी देने और बचाव के काम का भी तंत्र बनाया जायेगा.
4.7 अरब यूरो की कमाई
पिछले साल हुए एक सर्वे से पता चला है कि भांग को वैध बनाने से जर्मन सरकार को टैक्स के रूप में राजस्व और खर्च में कटौती से कुल मिला कर 4.7 अरब यूरो की कमाई हो सकती है. इससे देश में 27,000 नौकरियां भी पैदा होने के आसार हैं.
भांग का इस्तेमाल
2021 में कुल 40 लाख लोगों ने जर्मनी में भांग का इस्तेमाल किया था. इनमें 25 फीसदी लोगों की उम्र 18-24 साल के बीच थी. सरकार को उम्मीद है कि इस्तेमाल वैध होने से इसका अवैध व्यापार बंद हो जाएगा.
यूरोपीय आयोग की अनुमति
जर्मनी प्रस्ताव का पेपर यूरोपीय आयोग में पेश करेगा. आयोग से हरी झंडी मिलने के बाद इसे जर्मनी में कानूनी जामा पहना दिया जाएगा.
भांग के खिलाफ चेतावनी
जर्मनी के फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि भांग को वैध बनाने की वजह से स्वास्थ्य को लेकर जोखिम हो सकता है. इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि इसकी वजह से फार्मेसियों के बीच संघर्ष की स्थिति आ सकती है.