2024 में जर्मनी के करीब 18,000 बच्चे बने यौन शोषण के शिकार
२२ अगस्त २०२५जर्मनी के संघीय आपराधिक पुलिस कार्यालय का कहना है कि कुल मामलों में से करीब 57 फीसदी में आरोपी और पीड़ित एक-दूसरे को अपराध से पहले जानते थे. कुल 18,000 पीड़ितों में से जहां 13,365 लड़कियां थीं तो वहीं 4,720 लड़के थे. अधिकांश मामलों में अपराधियों ने 14 साल से कम उम्र के बच्चों को निशाना बनाया था. वहीं लगभग 1,200 मामले 14 से 17 साल के टीनएजर्स से जुड़े थे.
पिछले साल पुलिस ने कुल 16,354 बाल यौन शोषण के मामलों की जांच की, जो उससे एक साल पहले के 16,375 मामलों से बस थोड़े ही कम हैं. ध्यान देने वाली बात ये भी है कि कई मामलों में से एक से अधिक बच्चों को निशाना बनाया गया. खासकर बच्चों के साथ अश्लीलता के मामलों में कुल पीड़ितों की संख्या कहीं अधिक रही. संघीय आपराधिक पुलिस कार्यालय ने बताया कि इसी वजह से भले ही मामले 16 हजार के आसपास हों लेकिन पीड़ितों की संख्या 18 हजार पहुंच गई. कुछ बच्चे एक से अधिक बार यौन शोषण के शिकार बने.
साल 2024 की रिपोर्ट पेश करते समय जर्मनी के आंतरिक मामलों के संघीय मंत्री आलेक्जांडर डोबरिंट ने बताया कि इन अपराधों का एक बड़ा हिस्सा ऑनलाइन अपराध थे. पुलिस कार्यालय द्वारा पेश किए गए आंकड़े केवल उन मामलों को दिखाते हैं जो पुलिस के सामने आए. जबकि आशंका यह जताई जा रही है कि वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है.
डोबरिंट ने इन आंकड़ों को "अस्वीकार्य स्तर" पर पहुंचा बताया और सरकार की उस योजना को दोहराया जिसमें देश की टेलीकॉम कंपनियों को तीन महीने तक आईपी एड्रेस को सेव रखने का आदेश दिया गया है. इसकी मदद से ऑनलाइन अंजाम दिए गए अपराधों के मामले में अपराधियों को ट्रैक करने में मदद मिलेगी.
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बीते साल में बीकेए ने कुल 12,368 संदिग्धों को पकड़ा जो कि उसके एक साल पहले की तुलना में 3.9 फीसदी ज्यादा है. यह बढ़त दर्शाती है कि अपराधियों की पहचान और रिपोर्टिंग में सुधार हुआ है, लेकिन अपराध की दर भी चिंताजनक बनी हुई है.
जर्मनी की न्याय मंत्री स्टेफानी हुबिग ने पुष्टि की कि जांच और अपराधियों को पकड़ने में अभियोजन पक्ष को और बेहतर बनाने के लिए सरकार नए टूल मुहैया कराने की योजना बना रही है. उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि हम इस सरकार के रहते रहते बच्चों और युवाओं की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा पाएंगे.” बीकेए के प्रमुख होल्गर म्यूनिक ने इन योजनाओं का स्वागत किया और कहा कि जैसे उपायों का प्रस्ताव है उससे जांच को अधिक प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी.